Lok Sabha Election 2024: देश में इसी महीने लोकसभा चुनाव का एलान होने वाला है. ऐसे में चुनाव के पहले विशेषज्ञ और जानकार तमाम तरह के आंकड़े निकाल रहे हैं. देश में पहला आम चुनाव 1952 में हुआ था. इसके बाद अब तक देश में 18वें लोकसभा चुनाव की तैयारी शुरू हो चुकी है. चुनाव प्रचार भी अब गति पकड़ रहा है. लेकिन इन सबके बीच आंकड़ों के जरिए कुछ रोचक जानकारी सामने आ रही है. 


दरअसल, देश की सबसे बड़ी दो राष्ट्रीय पार्टी बीजेपी और कांग्रेस सबकी नजर में हैं. दोनों ही पार्टी देश के करीब हर राज्य में चुनाव लड़ती है. ऐसी स्थिति में बीते चुनाव के कुछ रोचक आंकड़ों पर नजर डालना जरूरी नजर आता है. न्यूज एजेंसी पीटीआई द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार गैर लाभकारी संगठन पीआरएस लेजिस्लेटिव रिसर्च के मुताबिक, 2019 के आम चुनाव में 542 संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों से 8,039 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे थे.


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क्या कहते हैं आंकड़े
भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस ने क्रमशः 435 और 420 सीट पर चुनाव लड़ा. दोनों राष्ट्रीय पार्टियां 373 सीट पर एक-दूसरे के साथ मुकाबले में थी. लेकिन अब सवाल उठता है कि इन दोनों के बाद तीसरी पार्टी कौन है जिसने देश में सबसे ज्यादा सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का एलान किया था, तो इसका जवाब बीएसपी है. बसपा ने 2019 के चुनाव में तीसरे सबसे ज्यादा उम्मीदवार उतारे थे. आंकड़े बताते हैं कि साल दर साल चुनाव लड़ने वाले कुल उम्मीदवारों की संख्या में भी वृद्धि देखी गई है. 


आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, जहां 1952 में 489 सीट के लिए 1,874 उम्मीदवार थे और प्रति निर्वाचन क्षेत्र औसतन 3.83 उम्मीदवार थे. वहीं 1971 में यह संख्या बढ़कर 2,784 हो गई और प्रति निर्वाचन क्षेत्र औसतन 5.37 उम्मीदवार थे. आधिकारिक आंकड़ों से पता चलता है कि 2009 के आम चुनावों में, 543 सीट के लिए कुल 8,070 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा था, और औसत बढ़कर 14.86 हो गया. 2014 के लोकसभा चुनाव में कुल 8,251 उम्मीदवार मैदान में थे.