लखनऊ, एबीपी गंगा। 2014 के लोकसभा चुनाव की तरह की बीजेपी 2019 में भी मोदी लहर पर सवार है। बीजेपी के सामने समूचा विपक्ष पस्त दिख रहा है। 11:30 बजे तक के रुझानों पर गौर करें तो बीजेपी अपने दम पर पूर्ण बहुमत के आंकड़ों को पार कर चुकी है। यही नहीं इतिहास में पहली बार बीजेपी सबसे अधिक सीटें जीतती दिख रही है। बीजेपी 292 सीटों पर आगे है। 2014 में बीजेपी ने सबसे अधिक 282 सीटों पर जीत दर्ज की थी। कांग्रेस ने अपने प्रदर्शन में कुछ सुधार जरूर किया है। वह इस बार 50 सीटों पर आगे चल रही है। 2014 में कांग्रेस ने 44 सीटों पर जीत दर्ज की थी। किस राज्य में बीजेपी को कितनी सीटें मिलती दिख रही हैं, ये आपको सिलसिलेवार तरीके से बताते हैं।


यूपी में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी      


लोकसभा सीटों के लिहाज से देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश में बीजेपी एक बार फिर बड़ी ताकत बनकर सामने आई है। सपा-बसपा के बीच हुआ गठबंधन जनता के दिल में जगह नहीं बना सका, हालांकि गठबंधन को कुछ सीटों का फायदा जरूर हुआ है। यूपी में बीजेपी 59 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है और गठबंधन 20 सीटों पर आगे है। कांग्रेस को यूपी से सिर्फ एक सीट मिल सकती है। पहले यह माना जा रहा था कि जातिकरण समीकरणों के चलते यूपी में बीजेपी को भारी नुकसान हो सकता है लेकिन रुझानों से ऐसा नहीं दिख रहा है।


उत्तराखंड में खुल सकता है कांग्रेस का खाता


पहाड़ों में बीजेपी का राज कायम है और उत्तराखंड की पांचों सीटों पर बीजेपी आगे नजर आ रही है। पहले यह अनुमान लगाया जा रहा था कि उत्तराखंड में बीजेपी को एक सीट का नुकसान हो सकता हाै लेकिन रुझानों में यहां बीजेपी के सामने टक्कर में कोई नहीं है।


दिल्ली में बीजेपी आगे


देश की राजधानी दिल्ली में बीजेपी को 7 सीटें मिल सकती हैं। यहां कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिल रही है। आम आदमी पार्टी का भी दिल्ली खाता खुलता हुआ नहीं दिख रहा है। 2014 के लोकसभा चुनाव में भी बीजेपी ने यहां सातों सीटों पर जीत दर्ज की थी।


महाराष्ट्र में एनडीए को फायदा


महाराष्ट्र की 48 सीटों में से बीजेपी-शिवसेना गठबंधन को बड़ा फायदा होता दिख रहा है।  यहां दोनों दलों को 39 सीटें मिल सकती हैं, जबकि कांग्रेस-एनसीपी 9 सीटों पर जीत दर्ज कर सकती है। उम्मीद थी कि कांग्रेस राज्य में बेहतर प्रदर्शन कर सकती है लेकिन ऐसा दिख नहीं रहा है।


गुजरात में बीजेपी को मामूली नुकसान


गुजरात में बीजेपी को मामूली नुकसान हो रहा और वह 24 सीटों पर जीत दर्ज कर सकती है, जबकि कांग्रेस को सिर्फ 2 सीटों पर जीत मिलती दिख रही है। 2014 के मुकाबले बीजेपी को यहां दो सीटों का नुकसान हो रहा है। 2014 में बीजेपी यहां 26 सीटों पर जीत दर्ज करने में कामयाब रही थी।


मध्यप्रदेश में बीजेपी पास 


मध्य प्रदेश में साल 2014 से भी बड़ी जीत की ओर बीजेपी। 29 सीटों वाले राज्य में अभी 28 सीटों पर बीजेपी ने बढ़त बनाई हुई है। पिछली बार दो सीटे जीते वाली कांग्रेस पार्टी इस बार रुझानों में सिर्फ एक सीट पर ही आगे है। मध्यप्रदेश की 29 लोकसभा सीटों में से 28 सीटें बीजेपी के खाते में जाती हुई दिख रही हैं। आंकड़ों से साफ पता चल रहा है कि राज्य में बीजेपी को साल 2014 के मुकाबले इस बार एक सीट का फायदा हो रहा है। सीटों की संख्या के हिसाब से मध्य प्रदेश, देश का 7वां सबसे बड़ा राज्य है यहां लोकसभा की कुल 29 सीटें हैं।


बिहार में गठबंधन को नुकसान


केंद्र में सरकार बनाने के लिए 40 का आंकड़ा बहुत मायने रखता है। बिहार की सबसे चर्चित सीटों में इस बार पटना साहिब की सीट है। यहां शत्रुघ्न सिन्हा और केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद के बीच मुकाबला है। रुझानों में बिहार के बेगूसराय से बीजेपी के उम्मीदवार गिरिराज सिंह आगे चल रहे हैं। यहां एनडीए को 40 से 38 सीटें मिल सकती हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में एनडीए ने 31 सीटें जीती थीं। बता दें कि इस बार जेडीयू और बीजेपी 17-17 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, वहीं एलजेपी छह सीटों पर लड़ रही है।


पश्चिम बंगाल में नाक की लड़ाई


पश्चिम बंगाल में सभी 42 लोकसभा सीटों के रुझान आ गए हैं। अभी तक के रुझान में तृणमूल कांग्रेस 24, बीजेपी 17 और कांग्रेस 1 सीट पर आगे चल रही है। एग्जिट पोल के मुताबिक यहां टीएमसी को 24 सीटें, बीजेपी को 16 और कांग्रेस को 02 सीटें मिल सकती हैं। राज्य में टीएमसी को साल 2014 के मुकाबले नुकसान हो रहा है। बीजेपी को 15 सीटों का फायदा हो रहा है। पश्चिम बंगाल में लोकसभा की 42 सीटें है। इस लिहाज से सत्ता की कुर्सी पर पहुंचने के लिए यह राज्य काफी महत्वपूर्ण है।


छत्तीसगढ़ में बीजेपी को नुकसान


छत्तीसगढ़ की 11 लोकसभा सीटों में से बीजेपी को 6 सीटें मिल सकती हैं। कांग्रेस की झोली में 5 सीटें जा सकती हैं। आंकड़ों से साफ पता चल रहा है कि राज्य में बीजेपी को साल 2014 के मुकाबले बड़ा नुकसान हो रहा है। बीजेपी को 4 सीटों का नुकसान हो रहा है, जबकि कांग्रेस को 4 सीटों का फायदा हो रहा है।


आंध्र प्रदेश में टीडीपी को बड़ा नुकसान


दक्षिण के राज्य आंध्र प्रदेश में सत्तासीन तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। राज्य में टीडीपी को 5 और वाईएसआर कांग्रेस पार्टी को 20 सीटें मिल सकती हैं। कांग्रेस और बीजेपी यहां खाता भी नहीं खोलती नजर नहीं आ रही हैं। प्रदेश में लोकसभा की 25 सीटें हैं। यहां ये जानना जरूरी है कि 2014 के लोकसभा चुनाव में टीडीपी और बीजेपी का प्रदेश में गठबंधन था। गठबंधन में मोदी लहर का फायदा टीडीपी को मिला और पार्टी पिछली बार 15 सीटें जीतने में कामयाब रही थी। उस वक्त यहां बीजेपी को 2 सीट और वाईएसआर कांग्रेस को 8 सीटें मिली थीं। कांग्रेस यहां 2014 में एक भी सीट जीतने में कामयाब नहीं हो पाई थी।


पंजाब में कांग्रेस की बल्ले-बल्ले


कांग्रेस को पंजाब में 8 सीटों पर जीत मिल सकती है। वहीं बीजेपी-आप के खाते में दो-दो और अकाली दल के हिस्से एक सीट आ सकती है। 2014 के मुकाबले कांग्रेस को पंजाब में 5 सीटों का फायदा हो रहा है। वहीं एनडीए को 3 सीटों का नुकसान होता दिख रहा है। यहां आम आदमी पार्टी को भी दो सीटों का नुकसान झेलना पड़ना सकता है।


हरियाणा में बीजेपी की बहार


हरियाणा की 10 लोकसभा सीटें बीजेपी के खाते में जाती हुई नजर आ रही हैं। यहां कांग्रेस की झोली खाली रहने वाली है। आंकड़ों के मुताबिक यहां बीजेपी एक बार फिर अपना प्रदर्शन दोहराने में कामयाब होती दिख रही है। बीजेपी को 2014 के मुकाबले हरियाणा में एक भी सीट का नुकसान नहीं हो रहा है।


तेलंगाना में टीआरएस आगे


2019 के लोकसभा चुनाव संपन्न होने के बाद चन्द्रशेखर राव की पार्टी तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) को भारी फायदा मिलता हुआ दिख रहा है। अनुमान के मुताबिक टीआरएस राज्य की 17 सीटों में 15 पर कब्जा जमा सकती है। वहीं ओवैसी की पार्टी एमआईएम को एक और कांग्रेस को एक सीट मिल सकती है।


खत्म हो सकता है AIADMK का जादू


तमिलनाडु में इस बार लोकसभा चुनाव परिणाम में AIADMK का जादू खत्म हो सकता है और DMK की जबर्दस्त वापसी हो सकती है। 2014 के लोकसभा चुनाव में 37 सीटें जीतने वाली एआईएडीएमके का इस बार बीजेपी से गठबंधन है, एग्जिट पोल के आंकड़ों के मुताबिक 39 सीटों वाले तमिलनाडु में एआईएडीएके को 6, बीजेपी को एक, सीपीआई को एक, सीपीएम को 2, डीएमके को 13, कांग्रेस 7, एमडीएमके को एक, पीएमके को 2, वीकेसी को 1 और अन्य को तीन सीट मिलने का अनुमान है। बता दें कि डीएमके का राज्य में कांग्रेस से गठबंधन है।


अबकी बार किसकी सरकार


नतीजों से पहले अब पूरे देश में सबसे बड़ी सियासी चर्चा यही रही कि क्‍या बीजेपी के नेतृत्‍व में एनडीए एक बार फिर अपने दम पर सत्ता में आएगी। क्‍या कांग्रेस के नेतृत्‍व में यूपीए बीजेपी को टक्‍कर दे पाएगी। बीजेपी को अकेले दम पर कितनी सीटें मिलेंगी। क्‍या पीएम मोदी लगातार दूसरी बार सत्ता में वापसी करेंगे। यदि कोई और सरकार बनाता है तो प्रधानमंत्री कौन होगा?


एक नजर तमाम एग्जिट पोल के नजीजों पर...


2019 के लोकसभा चुनाव में टीवी चैनलों और एजेंसियों ने एग्जिट पोल में अलग-अलग आंकड़े प्रस्तुत किए थे। एक नजर 2019 लोकसभा चुनाव के एग्जिट पोल पर डालते हैं...



-एबीपी न्यूज-नीलसन ने अपने एग्जिट पोल में एनडीए को 277 सीटें दी हैं। इसी एग्जिट पोल में कांग्रेस को 130 और अन्य को 135 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है।


-लोकसभा चुनाव 2019 का चुनाव संपन्न होने के एग्जिट पोल के अनुमान सामने आए हैं। रिपब्लिक सी-वोटर (Republic C-VOTER) के एग्जिट पोल के अनुसार मौजूदा एनडीएम सरकार बहुमत को पार करते हुए नजर आ रही है। एनडीए के खाते में 287 सीटें जाती हुईं दिख रही हैं। जबकि यूपीए को 128 सीटें मिलने का अनुमान दिखाया गया है। रिपब्लिक सी-वोटर के एग्जिट पोल में अन्य के खाते में 127 सीटें जाती हुई नजर आ रही हैं।


-टाइम्स नाउ के एग्जिट पोल की बात करें तो केंद्र में एनडीए की पूर्ण बहुमत वाली सरकार बनने जा रही है। एनडीए को 306 सीटें मिलती हुई दिख रही हैं तो यूपीए को 132 सीटें मिल सकती हैं। अन्य को 104 सीटें मिलती हु दिख रही हैं।


-न्यूज 18 हिंदी और IPSOS एग्जिट पोल के अनुसार कुल मिलाकर बीजेपी को 276 सीट मिल सकती हैं और NDA के पक्ष में ये आंकड़ा 336 सीटों तक पहुंच सकता है। वहीं, यूपीए को 82 और अन्य के पाले में 124 सीटें जा सकती है।


-आज तक-एक्सिस माई इंडिया एग्जिट पोल के हिसाब से एनडीए को 542 सीटों में से 352 सीटें मिल सकती हैं। यूपीए के खाते 92 व अन्य के खाते में 82 सीटें जा सकती हैं।


-न्यूज एक्स के एग्जिट पोल में एनडीए को 242 सीटें मिल सकती हैं। इस एग्जिट पोल में यूपीए को 164 व अन्य को 136 सीटें मिलती हुई नजर आ रही हैं।


-न्यूज़ 24-चाणक्या के सर्वे में एनडीए को 350 सीटें मिल रही हैं। कांग्रेस को 95 और अन्य को 97 सीटें मिल रही हैं।


इंडिया टीवी अपने सर्वे में 300 सीटें एनडीए को दे रहा है। वहीं कांग्रेस को 120 सीटें मिल रही हैं। अन्य को 122 सीटें मिल रही हैं।


सात चरणों में संपन्न हुए चुनाव


बता दें कि इस बार लोकसभा चुनाव 11 अप्रैल से 19 मई के बीच 7 चरणों में हुआ। पहले चरण में 11 अप्रैल को 20 राज्यों की 91 सीटों, दूसरे चरण में 18 अप्रैल को 13 राज्यों की 97 सीटों पर, तीसरे चरण में 23 अप्रैल को 14 राज्यों की 115 सीटों, चौथे चरण 29 अप्रैल को 9 राज्यों की 71 सीटों, पांचवें चरण में 6 मई को 7 राज्यों की 51 सीटों, छठे चरण में 12 मई को 7 राज्यों की 59 सीटों और सातवें व आखिरी चरण में 19 मई को 59 सीटों पर वोटिंग हुई थी।