UP Lok Sabha Results 2024: उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव इस बार कई मायनों में अलग रहा. कई सीटों पर तो ऐसे नतीजे आए, जिसने तमाम राजनीतिक विश्लेषकों को भी चौंका दिया. ऐसा ही एक नतीजा बागपत सीट पर देखने को मिला, जहां एनडीए की ओर से राष्ट्रीय लोकदल के राजकुमार सांगवान थे और उनका मुकाबला इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार अमरपाल से था. 


बागपत सीट पर राजकुमार सांगवान ने समाजवादी पार्टी के अमरपाल को डेढ़ लाख वोटों से ज्यादा के अंतर से हरा दिया. लेकिन, एक बात जो रालोद प्रमुख जयंत चौधरी को परेशान कर सकती है वो हैं बागपत का छपरौली गाँव, जहां रालोद प्रमुख को गांव के लोगों ने चौधराहट की पगड़ी बांधी थी. इस गांव में रालोद को तो वोट पड़े लेकिन समाजवादी पार्टी के पक्ष में भी जमकर वोटिंग हुई. 


चौधरी चरण सिंह की कर्मभूमि रहा है छपरौली
जाट बहुल छपरौली गांव में जो रालोद का गढ़ माना जाता है, जहां से जयंत चौधरी को चौधराहट की पगड़ी बांधी गई वहां पर सपा के पक्ष में इतने वोट पड़ना कोई मामूली बात नहीं है. आँकड़ों के मुताबिक छपरौली कस्बे में रालोद को 3913 वोट मिले यानी कुल 57.50 प्रतिशत वोट राजकुमार सांगवान को मिले. इस गाँव में दूसरे नंबर पर सपा रही. सपा के पक्ष में 2345 वोट पड़े. वहीं बसपा को सिर्फ 399 यानी 5.86 प्रतिशत वोट मिले. 


छपरौली कस्बा वही जगह है जहां चौधरी अजित सिंह के निधन के बाद जयन्त चौधरी को चौधराहट की पगड़ी बांधी गईं थी. ये गाँव चौधरी चरण सिंह और उनके बेटे व पूर्व केंद्रीय मंत्री अजित सिंह की कर्मभूमि रही है. माना जाता है कि इस गाँव के लोगों ने कभी रालोद का साथ नहीं छोड़ा तो इस बार सपा कैसे इन वोटों में सेंध लगाने में कामयाब रही?


हालाकि बागपत के दूसरे गांवों की बात करें तो वहां रालोद उम्मीदवार के पक्ष में वोटों की जमकर बारिश हुई. रालोद के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष धीरज उज्जवल के हजूराबाद गढ़ी गांव में रालोद को एकतरफा 608 वोट मिले तो वहीं बसपा को 93 और सपा को सिर्फ 27 वोट ही मिले, इसी तरह काकौर गांव में रालोद को 998, सपा को 455 और बसपा को 70 वोट ही मिल सके. 


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