Lok Sabha Elections: विपक्षी दलों पर बरसे आचार्य प्रमोद कृष्णम, कहा- 'ये पीएम मोदी को मिटाना चाहते हैं क्योंकि..'
Lok Sabha Elections 2024: कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा के बयान को लेकर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने विपक्षी दलों पर हमला किया है. उन्होंने कहा कि ये मोदी से इसलिए बैर करते हैं क्योंकि वह सनातन के रक्षक हैं.
Acharya Pramod Krishnam News: कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा के विरासत पर टैक्स वाले बयान को लेकर बवाल बढ़ता जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत तमाम बीजेपी नेता इस लेकर कांग्रेस को घेरने की कोशिश कर रहे हैं. इस पूरे मामले पर कांग्रेस से निष्कासित नेता और कल्कि धाम के पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि देश में भारतीय संस्कृति के विरोधियों का एक गैंग बन गया है जो पीएम मोदी को हटाना चाहता है.
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा, सिर्फ़ कांग्रेस ही नहीं विपक्षी नेताओं का एक गैंग बन गया है. इनमें अब वो लोग नहीं रह गए हैं जो एक दूसरे का सम्मान किया करते थे, अब विपक्ष में भारतीय संस्कृति, भारत की सभ्यता और भारत के संस्कारों के विरोधियों का एक गैंग बन गया है. जो PM मोदी को हटाना और मिटाना चाहता है.
विपक्षी दलों पर साधा निशाना
प्रमोद कृष्णम ने कहा, ये पीएम मोदी को मिटाना क्यों चाहते हैं ये बड़ा सवाल है. ये इसलिए उन्हें मिटाना चाहते हैं क्योंकि PM मोदी सनातन के ध्वजवाहक के रूप में, नरेंद्र मोदी भारत की संस्कृति के ध्वजवाहक के रूप में और नरेंद्र मोदी भारत की सभ्यता के संरक्षक के रूप में पूरी दुनिया में उभर कर सामने आए हैं. इसलिए उनका जो मोदी से बैर हैं वो इसलिए हैं क्योंकि ये सब भारतीय संस्कृति का दुश्मन है.
दरअसल सैम पित्रोदा एक इंटरव्यू में अमेरिका के इनहेरिटेंस टैक्स यानी विरासत पर टैक्स की वकालत की थी, जिसके तहत मृत्यु के बाद उसकी 45 फ़ीसद संपति ही बच्चों को ट्रांसफ़र होती है जबकि 55 फीसद संपत्ति पर सरकार का कब्जा हो जाता है.
आचार्य प्रमोद कृष्णम को कांग्रेस ने फरवरी महीने में ही अनुशासनहीनता के आरोप में पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया था. उनके ख़िलाफ़ ये कार्रवाई राम मंदिर को लेकर पार्टी लाइन से अलग जाकर बयान देने पर की गई थी, जिसके बाद से ही वो लगातार कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी पर जमकर हमले कर रहे हैं. आचार्य प्रमोद कृष्णम 2014 में यूपी की संभल लोकसभा सीट पर कांग्रेस से चुनाव भी लड़ चुके हैं लेकिन इस चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था.