Lok Sabha Elections 2024: अखिलेश यादव ने चाचा शिवपाल की गिनाई खूबियां, कहा- 'वह इलाज करना जानते हैं, उन्होंने ठान लिया है तो...'
Lok Sabha Elections 2024: सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सीएम योगी पर हमला बोलते हुए कहा कि 'चाचा हमारे इलाज करना जानते हैं, अब उन्होंने ठान लिया है तो बीजेपी का वो इलाज कर देंगे.'
Lok Sabha Elections 2024: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इटावा की एक जनसभा में यूपी की सीएम योगी आदित्यनाथ और भारतीय जनता पार्टी पर जमकर निशाना साधा. इस दौरान उन्होंने चाचा शिवपाल यादव की भी जमकर तारीफ की और कहा कि 'चाचा हमारे इलाज करना जानते हैं, अब उन्होंने ठान लिया है तो बीजेपी का वो इलाज कर देंगे'
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सीएम योगी पर निशाना साधते हुए कहा कि "पता नहीं वो (योगी आदित्यनाथ) क्या भाषण देकर गए कि प्रसाद को चूरन समझते है..हमारे मुख्यमंत्री, आपने देखा होगा सदन में जब भी चाचा को देखते है तो घबरा जाते हैं. जब वो जसवंत नगर में आए तो उन्हें पता था कि उन्हीं के क्षेत्र में आएं है. ऐसा नहीं कि उन्हें मालूम नहीं था वो तो बस वोट मांगने की औपचारिकता करके गए हैं."
भाजपा को आडे़ हाथों लेते हुए अखिलेश यादव ने कहा, "उनकी एजेंसी के दो लोग है या तो वो जो हमारे आसपास खाकी वर्दी में खड़े हैं या एकाध और छुपकर खड़े होंगे जो हमारा भाषण नोट कर रहे होंगे, वो खुद सूचना दे देते होंगे कि लाखों वोट से आप (बीजेपी) जसवंत नगर से हारने जा रहे हो. आज तो एक मई है ये मान लीजिए कि इसके बाद बीजेपी कहां गई पता नहीं लगेगा."
शिवपाल यादव की तारीफ की
सपा अध्यक्ष ने शिवपाल यादव की तारीफ़ करते हुए कहा कि, "जब चाचा ने इलाज करने का ठान ही लिया है तो सोचो वोटों से कैसे इलाज होगा इनका, ये जनता तैयार है हमारे गुजरात के क्षत्रिय भाई तो तलवार से नहीं इस बार मतदान से 'मतवार' कर रहे हैं उससे इलाज कर रहे हैं और जसवंत नगर वाले भी इस बार अपना एक-एक वोट डालकर इस बार भारतीय जनता पार्टी का इलाज करने को तैयार है. ये वो लोग हैं जिन्होंने सबकुछ उल्टा पुल्टा कर दिया है."
दरअसल सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपनी चुनावी जनसभा में शिवपाल यादव पर निशाना साधते हुए उन्हें चूरन बता दिया था. सीएम योगी ने कहा ‘मुझे तो तरस तो बेचारे शिवपाल पर आती है. वो तो केवल, जैसे सत्यनारायण की यथा में यजमान जो होता है वह कथा सुनता है और बाकी लोगों को कथा के बाद चूरन बांटा जाता है. तो ये केवल चूर्ण खाने वाले रह गए.’