सांसद दानिश अली ने कहा कि मैं उनकी पार्टी से सांसद था लेकिन कुछ तो मजबूरियां रही होंगी यूं ही कोई बेवफा नहीं होता. संसद में बोलने पर मेरे ऊपर दबाव डाला जाता था कि सरकार के खिलाफ मत बोलो. संसद के अंदर धीरे चलो संभल के चलो, लेकिन मैंने तो पहले दिन से ही वो बेड़ियां तोड़ दी थीं. मैंने जनता की आवाज संसद में उठाई और सामाजिक न्याय की लड़ाई लड़ी. मैंने किसानों CAA और NRC के मुद्दे पर पार्टी लाइन से हटकर बात की इसलिए पार्टी विरोधी बताया गया. मैं बाबा साहब अंबेडकर के उसूलों और पार्टी के मूल्यों पर खड़ा रहा और मैंने सरकारी दबाव नहीं माना.
दानिश अली ने कहा कि CAA और NRC के बिल जब पार्लियामेंट में पास हो रहे थे तो बसपा के सांसदों ने भाजपा का साथ दिया था लेकिन दानिश अली ने नहीं दिया और बेड़ियां तोड़ दीं. मैंने बाबा साहब के संविधान की रक्षा करने का काम किया है. मेरा मुकाबला भाजपा के पैसे वाले हेलीकॉप्टर वाले प्रत्याशी से है पिछली बार भी उसे हराया था इस बार भी और अधिक वोटों से उसे हराने के काम करूंगा. बसपा के प्रत्याशी का तो यहां कुछ नहीं है. अमरोहा की जनता मुझ पर फक्र महसूस करती है मैंने पिछले 5 सालों में जनता के मुद्दों को उठाने का काम किया.
दानिश अली ने कहा कि इस बार जनता गठबंधन के प्रत्याशियों को जिताएगी और इस सरकार को बदलने का काम करेगी. अखिलेश यादव और राहुल गांधी के नेतृत्व में गठबंधन के प्रत्याशी बड़ी जीत हासिल करेंगे मैं एक बार फिर अमरोहा में भाजपा प्रत्याशी को भारी मतों से हराने का काम करूंगा. कुंवर दानिश अली ने पहली बार मायावती पर हमला बोला है और गंभीर आरोप लगाए हैं. अमरोहा में 26 अप्रैल को दूसरे चरण में मतदान होना है और उससे पहले चुनाव प्रचार में सभी पार्टियों जुटी हुई हैं. यहां भाजपा से कंवर सिंह तंवर और कांग्रेस से कुंवर दानिश अली और बसपा से डॉ मुजाहिद हुसैन प्रत्याशी हैं.