Lok Sabha Elections 2024: मायावती के इस कदम से बदला यूपी की वीआईपी सीट सियासी समीकरण, 45 साल बाद लगाया बड़ा दांव
Lok Sabha Elections 2024: मायावती ने कांग्रेस से बसपा में शामिल हुई मुस्लिम समाज से आने वाली सबीहा अंसारी को प्रत्याशी बनाया है. 45 साल बाद आज़मगढ़ से कोई महिला मैदान में है.
Lok Sabha Elections 2024: आजमगढ़ लोकसभा सीट और राजनीतिक रूप से बहुत महत्वपूर्ण सीट मानी जाती है. बहुजन समाज पार्टी ने इस सीट से भी अपना प्रत्याशी का एलान कर दिया है. बसपा ने यहां महिला उम्मीदवाक सबीगा अंसारी पर भरोसा जताय है. जिसके बाद इस सीट पर त्रिकोणीय लड़ाई हो गई है. दिलचस्प बात ये है कि 45 साल बाद आजमगढ़ सींच से कोई महिला प्रत्याशी मैदान में है.
बसपा ने आजमगढ़ से महिला प्रत्याशी को उतारकर इस सीट को चर्चा में ला दिया है. यहां से आख़िरी बार साल 1978 में हुए लोकसभा उपचुनाव में कांग्रेस के टिकट पर मोहसिना किदवई ने जीत दर्ज की थी लेकिन इसके बाद कभी किसी राजनीतिक दल ने आजमगढ़ सीट पर महिला प्रत्याशी को मैदान में नहीं उतारा. यहाँ हमेशा ही महिला राजनीति हाशिए पर रही.
महिला प्रत्याशी पर लगाया दांव
मायावती ने कांग्रेस से बसपा में शामिल हुई मुस्लिम समाज से आने वाली सबीहा अंसारी को अपना प्रत्याशी बनाकर इस धारणा को खत्म करने की कोशिश की है. लंबे समय के बाद आजमगढ़ लोकसभा सीट पर महिला प्रत्याशी के आने के बाद राजनीतिक समीकरण में तेजी से बदलाव देखा जा रहा है महिला प्रत्याशी घोषित होने के बाद खासतौर से आजमगढ़ लोकसभा सीट की महिला मतदाता खुश दिखाई दे रही हैं.
सदर लोकसभा क्षेत्र के गोपालपुर विधानसभा क्षेत्र की रहने वाली मीरा देवी कहती हैं यह हमारे लिए बहुत ही खुशी की बात है कि बहन जी ने हम लोगों के बीच एक महिला प्रत्याशी को भेजा है, जो हमारे दुख-दर्द को समझ सके. वहीं सदर विधानसभा क्षेत्र की रहने वाली आरती ने कहा ये महिलाओं के लिए गर्व की बात है. जालंधरी मोहल्ले की शबीना ने भी बसपा चीफ के फ़ैसले पर ख़ुशी जताई.
बहुजन समाज पार्टी ने काफी उतार-चढ़ाव के बाद अपने पूर्व घोषित प्रत्याशी में बदलाव करते हुए 69 सदर लोकसभा सीट से मुस्लिम महिला प्रत्याशी को मैदान में उतरकर आजमगढ़ लोकसभा सीट के चुनाव को रोचक बना दिया है अगर बीएसपी सबीहा अंसारी के जरिए मुस्लिम और खास तौर से महिला वोटों को अपनी ओर खींच पाई तो आजमगढ़ लोकसभा सीट का चुनाव त्रिकोणीय हो जाएगा.