Chaudhary Charan Singh Jayanti: लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी अब पश्चिमी यूपी में जाट वोटरों को साधने में जुट गई है. जिसे देखते हुए जाटों के बड़े नेता और किसानों के मसीहा पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की भव्य जयंती (23 दिसंबर) मनाने की तैयारी की गई है. इसमें चौधरी चरण सिंह की 51 फीट ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया जाएगा. इस कार्यक्रम में सीएम योगी समेत कई बड़े नेता शिरकत कर सकते हैं.
मुरादाबाद के बिलारी कस्बे में अखिल उत्तर प्रदेश जाट महासभा पूर्व पीएम चौधरी चरण सिंह की 51 फीट ऊंची प्रतिमा और पांच मंजिल जाट भवन का अनावरण करेगी. ये देश में चौधरी चरण सिंह की सबसे ऊंची प्रतिमा होगी. इसके साथ ही एक सौ बेड के वृद्धाश्रम का भी शुभारंभ किया जाएगा.
सीएम योगी समेत ये बड़े नेता होंगे शामिल!
जाटों के इस कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और सीएम योगी आदित्यनाथ भी शामिल हो सकते हैं. इनके अलावा बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी, प्रदेश के मंत्री लक्ष्मी नारायण समेत कई स्थानीय जाट नेता मौजूद रहेंगे. बीजेपी की इस कवायद को पश्चिमी यूपी में जाट वोटरों से जोड़कर देखा जा रहा है.
22 सीटों पर जाट मतदाता निर्णायक स्थिति में
दरअसल पश्चिमी यूपी की करीब 22 लोकसभा सीटों पर जाट वोटर निर्णायक भूमिका में हैं और राष्ट्रीय लोक दल का वोटबैंक माने जाते हैं. रालोद नेता जयंत चौधरी का यहां खासा प्रभाव हैं. पश्चिमी यूपी में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए जाट मतदाताओं का रुख काफी मायने रखता है, यही वजह है कि बीजेपी किसी तरह इन वोटरों को अपने साथ रखना चाहती है. भूपेंद्र चौधरी को बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भी इसी को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है. वो जाट समुदाय से आते हैं.
लोकसभा चुनाव को देखते हुए बीजेपी पश्चिमी यूपी में पूरी ताकत लगाए हुए हैं. चौधरी चरण सिंह की जयंती पर आयोजित इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में जाट समाज के लोग जुड़ेंगे. ये बात अलग है कि आयोजक इसे समाज का कार्यक्रम बता रहे हैं, लेकिन बीजेपी के एक मंत्री इस कार्यक्रम की सफलता के दिन रात एक किए हुए हैं, जिसका बीजेपी को फायदा हो सकता है.
ट्रस्ट करेगा प्रतिमा और वृद्धाश्रम की देखरेख
कार्यक्रम में बारे में जानकारी देते हुए अखिल यूपी जाट महासभा के अध्यक्ष जितेंद्र चौधरी ने कहा कि प्रतिमा की देखरेख व वृद्धा आश्रम और कोचिंग के संचालन के लिए 11 सदस्यीय ट्रस्ट बनाया गया है. इसमें सेवा निवृत्त आईएएस, आईपीएस और सेवानिवृत्त जज शामिल हैं. इसमें सभी जाति के लोग आ सकेंगे. वहीं यूपी जाट एप से बच्चों को कोचिंग भी दी जाएगी.
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