Lok Sabha Elections: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में बीजेपी ने 2024 लोकसभा चुनाव (2024 Lok Sabha Elections) के लिए मिशन-80 (Mission-80) का लक्ष्य रखा है और पार्टी इस लक्ष्य को साधने में अभी से जुट गई है. जेपी नड्डा (JP Nadda) का कार्यकाल राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर एक साल जैसे ही बढ़ा वो सबसे पहले यूपी ही आए हैं. उसमें भी उन्होंने पूर्वांचल को चुना है. दरअसल दिल्ली में पार्टी की जो राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक हुई उसमें यूपी को लेकर नई रणनीति तैयार की गई है और जेपी नड्डा का यह दौरा उसी रणनीति का हिस्सा है. 


ढोल, नगाड़े और फूलों की वर्षा के साथ जेपी नड्डा के स्वागत में कार्यकर्ता उमड़े. दरअसल राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर जेपी नड्डा को एक साल का विस्तार दिया गयास है और इसके तुरंत बाद जेपी नड्डा यूपी के दौरे पर पहली बार आए हैं. खुद मुख्यमंत्री, प्रदेश अध्यक्ष, क्षेत्रीय अध्यक्ष और सरकार के कई मंत्री पार्टी के तमाम कार्यकर्ता उनका स्वागत कर रहे हैं. एक तरह से पूर्वांचल में मेला लगा हुआ है. बीजेपी मिशन-2024 में जुट गई है और उसकी शुरुआत पूर्वांचल से हो रही है.  जेपी नड्डा ने जब पहली जनसभा करने के लिए किसी जिले को चुना तो वह गाजीपुर है क्योंकि 2019 में बीजेपी इस सीट को नहीं जीत पाई थी.


अहम रणनीति का हिस्सा है गाजीपुर दौरा


दिल्ली में पार्टी का दो दिनों तक जो मंथन हुआ उसमें भी सबसे ज्यादा जोर इसी बात पर दिया गया कि हारी हुई बाजी को कैसे जीता जाए यानी हारी हुई सीटों और कमजोर बूथ पर कैसे बीजेपी को मजबूत किया जाए और जेपी नड्डा का गाजीपुर आना उसी रणनीति का एक अहम हिस्सा है. जेपी नड्डा सबसे पहले वाराणसी पहुंचे जो खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र है और फिर काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजन करेंगे यानी कहीं ना कहीं बीजेपी का जो एजेंडा है उसे आगे बढ़ाएंगे और उसके बाद फिर उन्हें शुक्रवार को गाजीपुर में जनसभा करनी है. 


गुजरात के रिकॉर्ड को तोड़ेंगे - दिनेश शर्मा
पूर्व उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा का कहना है कि इस बार उत्तर प्रदेश में बीजेपी गुजरात विधानसभा चुनाव में जो जीत मिली है उस रिकॉर्ड को भी तोड़ेगी. गुजरात में इस बार बीजेपी ने 86 फीसदी सीटें जीती हैं तो यूपी के लिए भी कुछ उसकी ऐसे ही तैयारी है यानी अब तक सबसे ज्यादा सीट जीतने का रिकॉर्ड बनाने की तैयारी. उत्तर प्रदेश में बीजेपी के लिए ये महत्वपूर्ण भी है क्योंकि उसे पता है कि दक्षिण के राज्यों में अगर उसे कोई नुकसान हो तो उत्तर प्रदेश जहां लोकसभा की 80 सीटें हैं वह उसे काफी हद तक सत्ता में आने में मदद कर सकता है और इसलिए बीजेपी ने पूरी ताकत यूपी के लिए लगा दी है.


कमजोरी को ताकत बनाएगी बीजेपी
बीजेपी के लिए पूर्वांचल इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि 2022 के विधानसभा चुनाव में पूर्वांचल में बीजेपी के मुताबिक नतीजे नहीं आए थे और खासतौर से अगर गाजीपुर की बात करें तो यहां अंसारी फैक्टर भी हावी है और ओमप्रकाश राजभर भी प्रभावशाली भूमिका में है. ऐसे में बीजेपी ने मिशन 80 की शुरुआत गाजीपुर से ही की है जिससे कि अपनी कमजोरी को ताकत बनाकर बाकी की सीटों के लिए जुटा जाए.


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