Lok Sabha Election 2024: उत्तर प्रदेश की आठ लोकसभा सीटों पर वोटिंग के बाद अब सभी राजनीतिक दल दूसरी सीटों पर चुनाव की तैयारियों में जुट गए हैं. लेकिन अब भी कई ऐसी सीटें हैं जिन पर बीजेपी के नेतृत्व वाला एनडीए गठबंधन हो या सपा-कांग्रेस का इंडिया अलांइस अपने प्रत्याशियों के नाम का एलान नहीं कर पाया है. इस मामले में दोनों ही गठबंधनों को एक जैसा हाल है.
यूपी में अब दूसरे चरण के लिए आठ सीटों पर घमासान तेज हो गया है. यूपी की 80 लोकसभा सीटों में से भाजपा ने 73 सीटों पर प्रत्याशियों के नाम का एलान कर दिया है लेकिन 2 सीटों को लेकर अब भी पार्टी असमंजस में दिखाई दे रही है. इनमें एक रायबरेली सीट है जिस पर अब तक कांग्रेस पार्टी का दबदबा रहा है जबकि दूसरी सीट कैसरगंज है, जिस पर बीजेपी अब तक कोई फ़ैसला नहीं ले सकी है.
इन सीटों पर असमंजस में बीजेपी
दरअसल इन दोनों सीटों पर मामला इसलिए फँस गया है कि क्यों बीजेपी यूपी में मिशन 80 के संकल्प के साथ उतरी है. ऐसे में वो कोई ऐसी गलती नहीं करना चाहती जिससे इस लक्ष्य को झटका लगे. बीजेपी यहां जिताऊ प्रत्याशी पर दांव लगाना चाहती है. रायबरेली को लेकर कई नामों पर चर्चा हो रही है लेकिन कैसरगंज में बृजभूषण शरण सिंह अपने नाम पर अड़ गए हैं. महिला पहलवानों के आरोपों के चलते बीजेपी उनके परिवार से ही किसी और टिकट देना चाहती है लेकिन बृजभूषण इसके लिए तैयार नहीं हैं.
अमेठी और रायबरेली से कौन लड़ेगा चुनाव
इस लिस्ट में कांग्रेस का नाम भी शामिल है. गठबंधन में कांग्रेस के हिस्से में 17 सीटें आईं हैं, जिनमें से 15 सीटों पर कांग्रेस उम्मीदवारों के नाम का एलान कर चुकी हैं लेकिन अमेठी और रायबरेली सीट का इंतजार ख़त्म नहीं हो रहा. हालांकि चर्चा है कि अमेठी से राहुल गांधी और रायबरेली से प्रियंका गांधी चुनाव लड़ सकते हैं. जल्द ही इसका एलान भी हो सकता है.
समाजवादी पार्टी यूपी की 62 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ रही है लेकिन जिताऊ उम्मीदवारों की तलाश में सपा भी कई सीटों पर प्रत्याशियों के नाम का एलान नहीं कर सकी है. इनमें कन्नौज, फतेहपुर, कैसरगंज, बलिया, रॉबर्ट्सगंज शामिल हैं. ख़बरों के मानें तो कन्नौज से सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का चुनाव लड़ना लगभग तय है. पार्टी की ओर से इसकी तैयारियां भी की जा रही हैं.