Lok Sabha Elections 2024: अगले साल होने जा रहे लोकसभा चुनाव की तैयारियां राजनीतिक दलों ने तेज कर दी है. चुनाव से पहले सत्ता पक्ष और विपक्ष का दो अलग-अलग मोर्चा सामने आया है. बीजेपी का लक्ष्य उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों पर कमल खिलाने का है. सपा प्रमुख अखिलेश यादव के पीडीए का काट बीजेपी ने ढूंढ लिया है. बीजेपी की नई रणनीति 20 हजार वॉलेंटियर तैयार करने की है. वॉलेंटियर ओबीसी समाज के लोगों तक पहुंचकर बीजेपी सरकार की उपलब्धियों का बखान करेंगे.


अखिलेश यादव के पीडीए का ढूंढा काट


उत्तर प्रदेश में दलित और पिछड़े वर्ग की आबादी करीब 60 से 65 फीसद है. अकेले एससी और एसटी वर्ग की आबादी करीब 21 फीसद है. बीजेपी की नजर पिछड़ों पर है. उत्तर प्रदेश में पिछड़ों की आबादी अकेले 40 से 45 फीसद तक मानी जाती है. लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी पिछड़ा वर्ग को साधने की तैयारी कर रही है. विश्लेषकों का मानना है कि बीजेपी के 80 लोकसभा सीटों का लक्ष्य भेदने में पिछड़ा वर्ग अहम भूमिका निभा सकता है.


जानिए बीजेपी की क्या है नई रणनीति


उत्तर प्रदेश में पिछड़े वर्ग के मतदाताओं की संख्या सबसे अधिक है. अखिलेश यादव का दावा है कि बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए का किला ध्वस्त करने की ताकत पीडीए रखती है. पीडीए यानी दलित, अल्पसंख्यक और पिछड़ा का नारा देकर अखिलेश यादव ने नया दांव खेला है. अखिलेश यादव ने पटना में विपक्षी दलों की पहली महाबैठक के दौरान पीडीए का नारा दिया था. बीजेपी पिछले दो लोकसभा में मिली जबरदस्त जीत से उत्साहित है. जीत की हैट्रिक लगाने के लिए बीजेपी ज्यादा से ज्यादा पार्टियों को एनडीए के खेमे में जोड़ रही है. केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को सत्ता से उखाड़ने के लिए विपक्षी दलों ने 'इंडिया' नाम से नया गठबंधन बनाया है. विपक्षी खेमे में 26 पार्टियों के साथ सपा भी शामिल है.


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