Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी (BJP) यूपी में सभी जातियों को साधने में जुट गई है. साथ ही बीजेपी ने मायावती के वोटबैंक में सेंध लगाने की तैयारी भी कर ली है. पार्टी ने प्रदेश में अनुसूचित जाति व महिलाओं के बीच जनाधार बढ़ाने के लिए अपनी मुहिम को और तेज कर दिया है. इसकी कमान खुद सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने संभाल रखी है.
भारतीय जनता पार्टी बसपा के मूल वोटरों में सेंध लगाने के लिए आज से दलित सम्मेलन शुरू कर रही है. क्षेत्रवार बीजेपी का ये दलित सम्मेलन होगा. भारतीय जनता पार्टी आज हापुड़ जिले में इस सम्मेलन को करेगी. इस सम्मेलन को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी संबोधित करेंगे.
इस दौरान सीएम योगी हापुड़ में 136 करोड़ की 102 विकास परियोजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण करेंगे. जबकि बुलंदशहर में 632 करोड़ की 256 परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया जाएगा. मुख्यमंत्री यहां विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को प्रमाण पत्र भी वितरित करेंगे. इसके बाद सभी छह सांगठनिक क्षेत्रों में दलितों का सम्मेलन होगा और हर विधानसभा क्षेत्र में महिला सम्मेलनों के जरिए इन्हें जोड़ने की मुहिम चलाई जाएगी.
सीएम योगी समेत ये बड़े नेता होंगे शामिल
इस सम्मेलन में सीएम योगी आदित्यनाथ के अलावा यूपी बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी और राज्य सरकार के मंत्री व बीजेपी के तमाम स्थानीय पदाधिकारी भी मौजूद रहेंगे. जानकारी के मुताबिक इस सम्मेलन में यूपी सरकार में मंत्री बेबी रानी मौर्य, गुलाब देवी, असीम अरुण व अन्य अनुसूचित जाति वर्ग के विधायक और सांसद मौजूद रहेंगे.
सभी 6 संगठत्मक क्षेत्रों में होगा सम्मेलन
उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के संघटनात्मक रूप से 6 क्षेत्र हैं और भारतीय जनता पार्टी इन सभी 6 क्षेत्र में 6 दिन अलग-अलग दलित सम्मेलन करेगी. इस दलित सम्मेलन में दलितों को साधने की कोशिश भारतीय जनता पार्टी की तरफ से की जाएगी. 2 नवंबर को दलितों का एक बड़ा सम्मेलन भारतीय जनता पार्टी का अवध क्षेत्र में होगा, अवध क्षेत्र का सम्मेलन भाजपा लखनऊ में करेगी.
ये लोग होंगे शामिल
भारतीय जनता पार्टी के दलित सम्मेलन में हर विधानसभा से 2000 दलित प्रतिनिधि शामिल होंगे. सभी संघटनात्मक क्षेत्र में होने वाले सम्मेलन में संबंधित क्षेत्र में आने वाले सभी जिले की सभी विधानसभा सीटों से दो दो हजार दलित प्रतिनिधि शामिल होंगे. इसमें खास तौर पर दलित वर्ग से आने वाले प्रोफेसर, इंजीनियर, डॉक्टर ,वकील, शिक्षाविद इसके साथ-साथ तमाम प्रबुद्ध वर्ग के लोगों को इसमें आमंत्रित किया गया है.
बीजेपी अनुसूचित मोर्चे के प्रदेश अध्यक्ष क्या बोले?
भारतीय जनता पार्टी के अनुसूचित मोर्चा के उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष रामचंद्र कनौजिया ने एबीपी लाइव से बातचीत में कहा कि दलितों को जोड़ने के लिए यह महासम्मेलन हो रहा है और इसमें केंद्र से लेकर के राज्य स्तर के सभी मंत्रियों और पदाधिकारियों को आमंत्रित किया गया है. इसके साथ ही लाखों की संख्या में लोग इसमें जुड़ने वाले हैं.
उन्होंने कहा कि आज हापुड़ में ये कार्यक्रम हो रहा है. इसके बाद 19 अक्टूबर को अलीगढ़ में होगा, फिर 27 अक्टूबर को काशी में सम्मेलन होगा. 28 अक्टूबर को कानपुर में ये सम्मेलन होगा. उन्होंने कहा कि अवध क्षेत्र का सम्मेलन 2 नवंबर को लखनऊ में आयोजित और 3 को गोरखपुर में सम्मेलन होगा.
क्या है बीजेपी की प्लानिंग?
पार्टी की नजर बसपा के वोटर्स पर भी है. बीजेपी का दावा है उनकी ज्यादातर योजनाओं का लाभ इसी वर्ग को हुआ है, इसलिए पिछले चुनाव में दलित वर्ग का रुझान बीजेपी की ओर हुआ है और दलितों ने बीजेपी के पक्ष में वोट दिया है. पार्टी इस वोटबैंक को भी जोड़कर रखना चाहती है ताकि यूपी में मिशन 80 के लक्ष्य तक पहुंचा जा सके.
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