Lok Sabha Elections 2024: उत्तर प्रदेश लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीटों को जीतने के लक्ष्य के साथ मैदान में हैं. ऐसे में भाजपा की ओर से एक-एक प्रत्याशी का चुनाव बेहद सोच समझकर किया गया है. इसमें जातियों का भी खास ध्यान रखा गया है ताकि सभी समाज को प्रतिनिधित्व दिया जा सके. 2019 के मुकाबले 2024 में भाजपा की रणनीति बदलाव भी देखने को मिला है. 

 

भारतीय जनता पार्टी ने 2019 के मुकाबले 2024 ज्यादा से ज्यादा जातियों को साधने की कोशिश की है. भाजपा उम्मीदवारों की तुलना की जाए तो पार्टी ने पिछले बार के मुक़ाबले इस बार ओबीसी उम्मीदवारों को तवज्जो दी है. साल 2019 में जहां बीजेपी 17 प्रत्याशियों को टिकट दिया था वहीं इस बार ये संख्या कम होकर 16 रह गई है. इसी तरह पिछली बार 14 ठाकुर उम्मीदवारों को टिकट दिया गया था लेकिन इस बार 13 प्रत्याशी उतारे गए हैं. 

 

बीजेपी की लिस्ट में किस जाति को कितना प्रतिनिधित्व

बीजेपी ने पिछले लोकसभा चुनाव में सात कुर्मी उम्मीदवार को टिकट दिया लेकिन इस बार 6 उम्मीदवार उतारे. इनके अलावा 6 पासी प्रत्याशी, चार लोधी प्रत्याशी, 3 जाट, 3 निषाद को टिकट दिया गया है. जबकि पिछली बार 3 लोधी और 4 जाट उम्मीदवार उतारे गए थे. सेनी, कुशवाहा, शाक्य, खटीक, सोनकर समाज से 3-3 उम्मीदवारों को टिकट दिया गया है. इनमें पिछली बार सैनी, शाक्य और कुशवाहा जाति से पिछली बार चार प्रत्याशी थे.

 

2019 के चुनाव में बनिया और गुर्जर जाति से किसी को टिकट नहीं दिया गया था लेकिन इस बार इनमें से 2 बनिया, 2 गुर्जर और 2 जाटवों को टिकट दिया गया है. हालाँकि पिछले बार भी बीजेपी ने दो जाटव उम्मीदवार उतारे थे. 

 

भाजपा ने भूमिहार, पंजाबी, कश्यप, बनिया, यादव, पारसी, तेली, धानुक, धनगर, वाल्मीकि, गोंड और कोरी समाज से एक-एक उम्मीदवार को उतारा है. बीजेपी प्रत्याशियों की सूची में इनकी हिस्सेदारी 1.3 फ़ीसद है. 2019 के चुनाव में भी इनकी हिस्सेदारी 1.3 फ़ीसद ही थी.     

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