Bharat Jodo Yatra 2.0: उत्तर प्रदेश में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को उम्मीद है कि पार्टी नेता राहुल गांधी अपनी 'भारत जोड़ो यात्रा' के दूसरे चरण के दौरान उत्तर प्रदेश में पर्याप्त समय देंगे. अपनी पिछली 'भारत जोड़ो यात्रा' के दौरान कांग्रेस नेता ने उत्तर प्रदेश के सिर्फ तीन ही जिलों का दौरा किया था.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो यात्रा' के दूसरे चरण की तारीख और कार्यक्रम को अभी अंतिम रूप दिया जा रहा है, लेकिन राज्य इकाई को भरोसा है कि राहुल गांधी यात्रा के दूसरे चरण में राज्य के बड़े हिस्से का दौरा करेंगे.
2019 के आम चुनाव में अमेठी सीट से हारने के बाद राहुल लगभग साढ़े चार साल तक उत्तर प्रदेश से दूर रहे.
बीते दिनों उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी (यूपीसीसी) के अध्यक्ष बृजलाल खाबरी ने कहा था, "इस समय चीजें अस्थिर हैं, पार्टी कार्यकर्ताओं और राज्य नेतृत्व ने राहुल गांधी से उनकी 'भारत जोड़ो यात्रा' के दूसरे चरण में यूपी में अधिक समय बिताने का आग्रह किया है."
भारत जोड़ो यात्रा के पहले चरण में राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश के सिर्फ तीन जिलों का दौरा किया था, जिसमें गाजियाबाद, बागपत और शामली शामिल है.
कांग्रेस नेता गाजियाबाद से 130 किमी से पैदल चलकर शामली, बागपत के कुछ हिस्सों पहुंचे. इसके बाद उन्होंने सीधा हरियाणा में प्रवेश किया. नेता के उत्तर प्रदेश में इतने कम दौरों को लेेेकर कई सवाल उठाए गए थे.
2019 में प्रियंका गांधी वाड्रा को यूपी का प्रभारी नियुक्त किए जाने के बाद से राहुल गांधी ने राज्य में पार्टी मामलों से दूरी बनाए रखी है.
एक अनुभवी कांग्रेस नेता ने कहा, “यूपी कांग्रेस में लगभग हर किसी को प्रियंका की मंडली से समस्या है और जब भी हमने यहां की समस्याओं को लेकर राहुल से संपर्क करने की कोशिश की तो उन्होंने हमसे कहा, 'प्रियंका से बात करो', लेकिन प्रियंका सुनने को तैयार नहीं थीं. इसके कारण पार्टी से लोगों का पलायन हुआ.''
सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस की यूपी इकाई ने यात्रा के दूसरे चरण में अपनी भूमिका तय नहीं की है.
एक पूर्व कांग्रेस विधायक ने कहा, ''अगर कोई तैयारी है तो उसकी जानकारी पार्टी में किसी को नहीं है. हम इसमें शामिल नहीं हैं और न ही हमें सूचित किया गया है. आयोजन से पहले पार्टी कार्यकर्ताओं को तैयार करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया है.''
उन्होंने कहा, अगर राहुल गांधी उत्तर प्रदेश का दौरा करेंगे तो वह पार्टी को काफी हद तक पुनर्जीवित कर देंगे और कार्यकर्ता भी जुट जाएंगे. उन्होंने कहा, "यहां उनकी मौजूदगी ही पार्टी को निराशा के दायरे से बाहर निकाल देगी."
विपक्ष गठबंधन 'इंडिया' के गठन के बाद बदले राजनीतिक परिदृश्य में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी भी यूपी में 'भारत जोड़ो यात्रा 2.0' में राहुल गांधी के साथ शामिल हो सकते हैं.
दोनों नेताओं ने पहले चरण में 'भारत जोड़ो यात्रा' से दूरी बना ली थी.
पार्टी के एक सूत्र के मुताबिक, 'आंतरिक विश्लेषण से संकेत मिलता है कि एसपी-आरएलडी-कांग्रेस सहारनपुर, बागपत, रामपुर, बरेली, बदांयू और अलीगढ़ और देवरिया, महाराजगंज, ग़ाजीपुर, आजमगढ़ और कुशीनगर जैसे जिलों को कवर करने वाली सीटों पर गठबंधन के पक्ष में वोट कर सकते हैं. राहुल के यात्रा कार्यक्रम में भी ये जिले शामिल हो सकते हैं.
यूपी कांग्रेस के नेता भी चाहते हैं कि राहुल गांधी दूसरे चरण में यूपी में दो हफ्ते से ज्यादा समय बिताएं और करीब दो दर्जन संसदीय क्षेत्रों को कवर करें.
सूत्रों ने बताया कि यात्रा का दूसरा चरण गुजरात के पोरबंदर से शुरू होकर अगरतला (त्रिपुरा) में समाप्त होने की बात कही जा रही है.