Lok Sabha Elections: 2024 के लोकसभा चुनाव में यूपी के 20 सीटों पर कांग्रेस का फोकस, इस फॉर्मूले पर कर रही काम
Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव 2019 में कांग्रेस ने सिर्फ रायबरेली की सीट जीती थी. यहां तक कि राहुल गांधी भी अमेठी से चुनाव हार गए थे. फतेहपुर सीकरी में राज बब्बर दूसरे स्थान पर रहे थे.
UP News: उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव (UP Nikay Chunav) में भले ही कांग्रेस (Congress) अच्छा प्रदर्शन न कर पाई हो लेकिन उसके नतीजों से सबक लेकर अब 2024 के लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) की तैयारी में जरूर जुट गई है. वैसे तो यूपी में लोकसभा की 80 सीटें हैं लेकिन कांग्रेस का फोकस करीब 20 सीटों पर हैं. ये वो 20 सीटें हैं, जहां 2014 और 2019 में कांग्रेस पहले या दूसरे नंबर पर रही या फिर उसे एक लाख से अधिक वोट मिले. 2019 के चुनाव में कांग्रेस ने सिर्फ रायबरेली की सीट जीती थी. यहां तक कि राहुल गांधी (Rahul Gandhi) भी अमेठी से चुनाव हार गए थे.
अगर सीटों के नतीजों को देखें तो अमेठी में राहुल गांधी, फतेहपुर सीकरी में राज बब्बर और कानपुर में श्रीप्रकाश जायसवाल दूसरे स्थान पर रहे थे. इसके अलावा लखनऊ, बाराबंकी, संत कबीर नगर, धौरहरा, उन्नाव, अकबरपुर, वाराणसी, कुशीनगर, गाजियाबाद, हमीरपुर में कांग्रेस तीसरे नंबर पर थी. इन सभी सीटों पर पार्टी को एक लाख से अधिक वोट मिले थे. जैसे- सहारनपुर में पार्टी भले ही तीसरे नंबर पर रही लेकिन कांग्रेस प्रत्याशी को 2.07 लाख वोट मिले. इसी तरह उन्नाव में 1.85 लाख, लखनऊ में तीसरे नंबर पर होने के बावजूद कांग्रेस प्रत्याशी को 1.80 लाख, बाराबंकी में 1.59 लाख और वाराणसी में 1.52 लाख वोट मिले थे.
प्रमोद तिवारी ने क्या कहा?
इसके अलावा 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस रामपुर, लखीमपुर खीरी, प्रतापगढ़ और मिर्जापुर में तीसरे नंबर पर रही थी. इन चारों सीट पर पार्टी को 1 लाख, 35 हजार से अधिक वोट मिले थे. वहीं लोकसभा चुनाव की तैयारी पर कांग्रेस के राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा है कि हमारा कंसंट्रेशन पूरी तरह 80 सीटों पर है. हम बीजेपी के विकल्प के रूप में है. राष्ट्रीय दल अगर कोई है दिल्ली, केंद्र की सरकार बनाने के लिए तो सिर्फ कांग्रेस. आज हमारा परंपरागत मतदाता वापस आया है. कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश का परिणाम गवाही दे रहा कि कांग्रेस ही बीजेपी को पराजित कर सकती है. दूसरे दल सिर्फ बीजेपी की मदद करते हैं.
'जो लोग बीजेपी को हराना चाहते हैं वह कांग्रेस साथ'
कांग्रेस नेता दीपक सिंह ने कहा कि पार्टी 2009 के लोकसभा चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बन कर आई थी. कांग्रेस यूपी की सभी सीटों पर तैयारी कर रही है, इसीलिए बीच के सभी चुनाव छोड़कर हमने अपने संगठन पर फोकस किया और सभी सीटों पर मजबूती से लड़ने की तैयारी कर रहे हैं. लोकसभा का चुनाव एक मास मूवमेंट का चुनाव होता है, देश-प्रदेश का मूड है, जो लोग बीजेपी को हराना चाहते हैं, वह मजबूती से कांग्रेस साथ खड़े हैं. पूरे देश में कर्नाटक के चुनाव के बाद राहुल गांधी और कांग्रेस के लिए एक माहौल बना है. उस पर बहुत सारे हम ऐसे प्रयोग करेंगे, जैसे जिनका अपना जनाधार हो तो वह खुद स्टार की भूमिका में नजर आएं.
खिलाड़ी और फिल्म स्टार भी लड़ेंगे चुनाव
दीपक सिंह ने कहा कि कांग्रेस भी तैयारी कर रही. अच्छे खिलाड़ियों और फिल्म स्टार को भी चुनाव लड़ाएंगे. बहुत सारे हमारे ऐसे पॉलिटिशियन हैं जो दमखम से जहां काम कर रहे वहां चुनाव लड़ेंगे. दीपक सिंह ने तो अपनी मंशा जाहिर कर दी लेकिन अब सवाल यह उठता है कि अगर आने वाले दिनों में कांग्रेस और सपा महागठबंधन का हिस्सा बनते हैं तो जाहिर सी बात है कि कांग्रेस इन सीटों को नहीं छोड़ना चाहेगी, जहां वह जोर-शोर से तैयारी में जुटी है.
सपा विधायक ने क्या कहा?
ऐसे में क्या सपा, कांग्रेस को इतनी सीटें देने पर राजी होगी? इसे लेकर सपा विधायक रविदास मेहरोत्रा ने कहा की समाजवादी पार्टी लोकसभा चुनाव की तैयारी कर रही है और सभी 80 सीटों पर चुनाव लड़ने का हम काम करेंगे. गठबंधन किससे होगा यह बाद में तय होगा, लेकिन फिलहाल सभी 80 सीटों पर हम तैयारी कर रहे हैं.
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