Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव का सियासी समीकरण सेट कर रहीं राजनीतिक पार्टियां, ये होगी बीजेपी की रणनीति
Lok Sabha Elections: यूपी में लोकसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियां सियासी बिसात बिछाने में जुट गई हैं. बीजेपी, कांग्रेस, समाजवादी पार्टी के अलावा क्षेत्रीय दल भी एक्टिव हो चुके हैं.
Lok Sabha Elections 2024 Date: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में ज्यादा लोकसभा (Lok Sabha Elections 2024) की सीटें जीतने के लिए राजनीतिक पार्टियां अभी सक्रिय नजर आ रही हैं. बीजेपी (BJP) कांग्रेस (Congress) पार्टी, समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) और अन्य क्षेत्रीय दलों (other regional parties) की तरफ से समीकरण को साधने की कवायद अभी शुरू कर दी गई है. वैसे इस रेस में बीजेपी सबसे आगे दिख रही है. महिला आरक्षण कानून बनने के बाद जहां बीजेपी की महिला कार्यकर्ता इसके सकारात्मक पहलू को बताने के लिए घर-घर पहुंच रहीं हैं, वहीं बीजेपी अब किन्नर समाज के वोट पर भी पैनी बनाए हुए है. इससे स्पष्ट है कि बीजेपी महिला वोटर और ट्रांसजेंडर वोटर को अपने पक्ष में लाने को लेकर कोई कसर बाकी नहीं छोड़ना चाहती.
किन्नर समाज को साधने में जुटी बीजेपी
काशी क्षेत्र की बीजेपी नेत्री नम्रता चौरसिया ने बातचीत के दौरान बताया कि - प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में हमें महिला आरक्षण कानून के रूप में अपना अधिकार मिला है. और इसके सकारात्मक पहलू को चर्चा करने के लिए हम यूपी में दर्जनों जिलों के 70 विधानसभा से अधिक जगहों पर अलग अलग कार्यक्रम कर रहे हैं. इसके अलावा बीजेपी सभी वर्गों को एक साथ लेकर आगे बढ़ाने में भरोसा रखती है और इसीलिए हम उत्तर प्रदेश में किन्नर समाज को भी एकजुट करने के लिए काम कर रहे हैं. इससे पहले भी बीजेपी की तरफ से किन्नर अखाड़ा के महामंडलेश्वर के नेतृत्व में एक किन्नर सम्मेलन का आयोजन किया गया था. और इसलिए उत्तर प्रदेश में निर्धारित जिलों में उनके आंकड़ों को इकट्ठा किया जा रहा है और एक बड़े सम्मेलन की तैयारी की जा रही है.
अधिक संख्या वाले जिलों पर ज्यादा फोकस
बीजेपी नेत्री नम्रता चौरसिया का कहना है कि- बीजेपी सभी के विश्वास के साथ 2024 लोकसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में आएगी. और इसलिए हम किन्नर समाज को भी साथ लेकर आगे बढ़ेंगे. उत्तर प्रदेश में किन्नर समाज को लेकर एक बड़ा सम्मेलन की तैयारी है लेकिन इससे पहले यूपी के ही कुछ प्रमुख जिलों में जहां पर किन्नर समाज की संख्या अधिक है उन्हें हम एकजुट करेंगे. इसमें सबसे अधिक प्रयागराज और वाराणसी है. बीते लोकसभा और विधानसभा चुनाव के आंकड़ों के अनुसार उनकी जनसंख्या उत्तर प्रदेश में 6000 से अधिक है.
बीजेपी का उद्देश्य है कि इस वर्ग को भी आगे लाया जाए और राजनीति में भी इन्हें अवसर प्रदान किया जाए. इसीलिए हम इनके महामंडलेश्वर व बड़े सदस्यों से संपर्क कर बड़े आयोजन की तैयारी कर रहे हैं और आने वाले समय में इसकी पूरी रूपरेखा तैयार कर दी जाएगी.
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