2024 लोकसभा चुनाव नजदीक आते ही उत्तर प्रदेश की सियासी हलचल काफी तेज हो चुकी है. जहां एक तरफ एनडीए ने अपने प्रत्याशियों की सूची जारी कर चुनाव प्रचार प्रसार को तेज कर दिया है वहीं INDIA  गठबंधन में सहयोगी दलों को जोड़ने की भी कवायद अभी जारी है. इसी बीच सोशल मीडिया पर सुभासपा प्रमुख ओमप्रकाश राजभर का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें यह दावा किया जा रहा है कि ओमप्रकाश राजभर के सुर बदले नजर आ रहे हैं. और भारतीय जनता पार्टी का उन्होंने जनसभा से विरोध किया हैं. इस वीडियो में ओमप्रकाश राजभर ने राजेश सिंह दयाल नमक एक व्यक्ति की तारीफ करते हुए कहा है कि उन्होंने बड़ी संख्या में लोगों का मुफ्त इलाज कराया जबकि सत्ता में रहते हुए कुछ लोग गरीबों का इलाज कराने में नाकामयाब रहे.


बयान को तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया - अरुण राजभर


 यह वीडियो दिनांक 3 मार्च बलिया जनपद के सिकंदरपुर स्थित जनसभा का है. जहां ओमप्रकाश राजभर, पार्टी प्रवक्ता अरुण राजभर सहित सुभासपा के कई नेता व हजारों की संख्या में लोग मौजूद थे. इस वीडियो को लेकर जब एबीपी लाइव ने सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रवक्ता अरुण राजभर से सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि - दरअसल इस वीडियो का एक छोटा सा क्लिप काटकर सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा है. लेकिन असलियत यह है कि सुभासपा प्रमुख ने इस मंच से यह कहा है कि - कांग्रेस बसपा सपा के शासन में आम लोगों को 5000 तक का इलाज न मिल सका लेकिन राजेश सिंह दयाल जो एक समाजसेवी हैं, और भारतीय जनता पार्टी के विधायक व पदाधिकारी और सदन में न होने के बावजूद सरकार की योजना के माध्यम से एक लाख से अधिक लोगों का मुफ्त इलाज करवा चुका है. और मंच से स्पष्ट रूप से NDA के प्रत्याशी को जिताने के लिए अपील किया गया है.


छवि बदनाम करने की कोशिश'


 इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि - गरीबों के हक की आवाज को उठाने के लिए ओमप्रकाश राजभर जाने जाते हैं. लेकिन विपक्षियों को यह बात बर्दाश्त नहीं इसलिए चुनाव नजदीक आते ही सोची समझी साजिश के तहत ओमप्रकाश राजभर की छवि को बदनाम करने का प्रयास किया जा रहा है.


यूपी में निषाद पार्टी ने बढ़ाई BJP की मुश्किलें, अब इस सीट पर ठोंका दावा