Gorakhpur News: यूपी के गोरखपुर में 1 जून को सातवें चरण में चुनाव होना है. 7 मई से नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गई है. 14 मई को नामांकन के अंतिम दिन कुल 16 प्रत्याशियों ने पर्चा दाखिल किया. बांसगांव लोकसभा में 11 और गोरखपुर सदर में 5 प्रत्याशियों ने पर्चा भरा. वहीं तीन प्रत्याशियों ने दोबारा नामांकन दाखिल किया. इन प्रत्याशियों से जब एबीपी न्यूज कुछ जनरल नॉलेज के सवाल किए तो वो बगले झांकते हुए नजर आए.
मंगलवार को गोरखपुर सदर और बांसगांव लोकसभा सीट के लिए 16 प्रत्याशियों ने पर्चा दाखिल किया. इस दौरान उन्होंने तमाम तरह से विकास के दावे किए. इन प्रत्याशियों से जब एमपी, एमएलए की फुल फॉर्म और इसी तरह के छोटे-छोटे सवाल किए गए तो इनके पसीने छूट गए तो वहीं कोई ये कह कर चुप हो गया कि पढ़ाई-लिखाई छूटे हुए काफी दिन हो गए हैं.
जनरल नॉलेज निल बट्टा सन्नाटा
बांसगांव से कांग्रेस के खांटी नेता गया प्रसाद को जब टिकट नहीं मिला, तो वे निर्दलीय चुनाव लड़ने के लिए मैदान में कूद गए. कहने के लिए ये 10वीं पास हैं. लेकिन, एमपी और एमएलए का फुल फार्म तक नहीं पता. इसी तरह कन्हई निषाद गोरखपुर सदर से चुनाव लड़ रहे हैं. वो भी नहीं जानते कि एमपी-एमएलए का फुल फार्म क्या है. लालधर गोरखपुर सदर सीट से निर्दल चुनाव लड़ रहे हैं. ये एमएससी गणित हैं, दावा करते हैं कि पूर्वांचल को राज्य का दर्जा दिलाएंगे लेकिन, एमपी-एमएलए की फुल फार्म में ये भी निल बटा सन्नाटा ही दिखे.
इन नेताओं की जनरल नॉलेज का ये हाल है, ऐसे में सवाल उठ रहा है जब ये बेसिक बातें नहीं जानते, जिसका चुनाव लड़ रहे हैं उसकी फ़ुल फॉर्म तक नहीं जानते तो जनता के लिए क्या काम करेंगे. जनरल नॉलेज के मामले में तो इनकी झोली एकदम खाली पड़ी है. जिस पद के लिए ये चुनाव लड़ रहे हैं, उस पद के बारे में ही उन्हें जानकारी नहीं है. कोई आसमान में तारे गिन रहा है, तो कोई अपने अगल-बगल झांक रहा है. अगर ऐसे लोग हमारे नेता बनेंगे तो वो क्या काम करेंगे. इसका अंदाजा लगाया जा सकता है.