Arun Govil News: मेरठ लोकसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी अरुण गोविल मतदान खत्म होते ही मुंबई के लिए रवाना हो गए. जिस कोठी में अरुण गोविल रुके हुए थे वहां सन्नाटा पसरा हुआ है. बताया जा रहा है शूटिंग के सिलसिले में उन्हें जल्दी मुंबई जाना पड़ा है. बीजेपी सूत्रों का दावा है कि उन्हें चुनाव प्रचार अभियान में उतारा जा सकता है, वहीं अरुण गोविल का मतदान खत्म होने ही मुंबई जाना मेरठ में चर्चा का विषय बना है.


मेरठ के सियासी मैदान में 'राम' अरुण गोविल को बीजेपी ने एक बड़ी रणनीति के तहत मैदान में उतारा था. कल मतदान खत्म होने तक अरुण गोविल ने मेरठ की रणभूमि में पूरी ताकत झोंकी. मतदान खत्म होते ही उन्होंने मुंबई जाने का प्लान बना लिया था. ये प्लान यूं तो कई दिन पहले ही तैयार हो गया था, सुबह के वक्त ही अरुण गोविल अपनी पत्नी श्री लेखा और सहायक के साथ मुंबई के लिए रवाना हो गए. कई लोग सुबह उनसे मिलने कोठी पहुंचे तो पता चला कि वो मुंबई चले गए. कुछ बीजेपी के नेता भी पहुंचे थे, लेकिन सभी को मायूसी हाथ लगी.


जिस कोठी में रुके राम वहां पसरा है सन्नाटा 


बीजेपी प्रत्याशी अरुण गोविल मेरठ के कैंट इलाके में सहरावत की कोठी में रह रहे थे. कोठी का नंबर 244 है, बीजेपी प्रत्याशी घोषित होते ही उन्हें इस कोठी में रुकवाने का इंतजाम कर दिया गया था. जिस दिन से अरुण गोविल इस कोठी में शिफ्ट हुए थे तभी से कोठी के बाहर और भीतर चहल-पहल रहती थी. गाड़ियों का काफिला भी आता जाता रहता था, लेकिन कल मतदान खत्म हुआ और आज कोठी पर सन्नाटा पसरा है. प्रत्याशी प्रभारी जयकरण गुप्ता ने बताया कि अरुण गोविल सुबह करीब 6 बजे अपनी पत्नी श्री लेखा और सहायक के साथ मुंबई के लिए रवाना हो गए. उन्हें शूटिंग के सिलसिले में मुंबई जाना पड़ा.


चुनाव प्रचार में बड़ा चेहरा हो सकते हैं अरुण गोविल 


दूसरे चरण का लोकसभा चुनाव संपन्न हो चुका है. अरुण गोविल मेरठ से लोकसभा प्रत्याशी हैं, कल मेरठ में भी मतदान संपन्न हो गया. बीजेपी सूत्रों की मानें तो अरूण गोविल को भाजपा चुनाव प्रचार अभियान में मैदान में उतार सकती है. अरुण गोविल ने रामायण में राम का किरदार निभाया था, आज भी उनकी छवि 'राम' की बनी हुई है. बीजेपी को लगता है कि अरुण गोविल की अपनी खुद की छवि है, लोगों में उन्हें देखने का भी क्रेज है और बीजेपी इसको ध्यान में रखते हुए उन्हें चुनाव मैदान में उतार सकती है. मेरठ में चुनाव प्रचार में जब अरुण गोविल जाते थे तो कई इलाकों में लोग उसी भाव से उनसे मिलने, उनके पैर छूने, पुष्पवर्षा करने आते थे और हाथ जोड़कर खड़े हो जाते थे. इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए बीजेपी अरुण गोविल को प्रचार अभियान में उतारने की तैयारी में हैं.


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