पांचवें चरण की वोटिंग से पहले इस कद्दावर राजपूत नेता से मिले राजा भैया, सामने आई तस्वीरें
Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव के बीच राजा भैया सुर्खियों बने हैं. उन्होंने इस बार अपने समर्थकों से स्वतंत्र होकर वोट करने को कहा है. सूत्रों की मानें तो राजा भैया सपा को सपोर्ट कर सकते हैं.
Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में आज यूपी की 14 सीटों पर मतदान हो रहा है. इस बीच प्रतापगढ़ की कुंडा सीट से विधायक राजा भैया उर्फ रघुराज प्रताप सिंह भी सुर्खियों में बने हुए हैं. जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के अध्यक्ष राजा भैया ने चुनाव के बीच मध्य प्रदेश के कद्दावर राजपूत नेता से उनके घर बेती में मुलाकात की है. ये मुलाकात ऐसे समय में हुई है जब क्षत्रिय समाज बीजेपी से नाराज चल रहा है.
राजा भैया ने रविवार को मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री रहे अर्जुन सिंह के बेटे और चुरहट से कांग्रेस विधायक अजय सिंह से मुलाकात की है. इसकी तस्वीरें भी सामने आई है. जिसमें दोनों नेता बेहद गर्म जोशी के साथ मुलाकात करते नजर आ रहे हैं. अजय सिंह उर्फ राहुल भैया रविवार को राजा भैया के घर बेती पहुंचे और उनसे बातचीत की. माना जा रहा है कि दोनों नेताओं ने चुनाव को लेकर चर्चा की है.
राजा भैया की तस्वीरें सामने आईं
राजा भैया से मुलाकात की ये तस्वीरें पार्टी के आधिकारिक अकाउंट एक्स पर शेयर की गई और लिखा, "मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्व. अर्जुन सिंह जी के सुपुत्र व मध्यप्रदेश विधानसभा के पूर्व नेता प्रतिपक्ष एवं चुरहट विधानसभा से कांग्रेस विधायक श्री अजय सिंह उर्फ राहुल भैया जी ने आज राजभवन बेंती में जनसत्ता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय राजा भइया जी से शिष्टाचार भेंट की"
दरअसल राजा भैया की पिछले दिनों केंद्रीय मंत्री अमित शाह से मुलाकात हुई थी, जिसके बाद कई तरह की अटकलें लगना शुरू हो गया था. माना जा रहा था कि राजा भैया बीजेपी के समर्थन का एलान कर सकते हैं. राजा भैया के आने से बीजेपी को प्रतापगढ़ और कौशांबी सीट पर लाभ मिलता और क्षत्रिय समाज की नाराजगी भी दूर होती लेकिन, ऐसा नहीं हो पाया.
राजा भैया ने इस चुनाव में अपने समर्थकों से स्वतंत्र होकर वोट देने को कहा है. यही नहीं उनके समर्थक सपा-कांग्रेस गठबंधन के लिए चुनाव प्रचार करते दिखाई दिए वहीं दूसरी तरफ अब कांग्रेस विधायक राहुल भैया के बेती पहुंचने के बाद इसे कांग्रेस की क्षत्रिय समाज में सेंध लगाने के तौर पर देखा जा रहा है.