Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव में बीजेपी की टेंशन बढ़ाएंगे अखिलेश यादव? बूथ लेवल तक की ये है तैयारी
Samajwadi Party Training Camp: सपा अपने कार्यकर्ताओं को बूथ स्तर तक तैयार कर रही है. इसके लिए प्रशिक्षण शिविर कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. इसी कड़ी में लखीमपुर में सपा प्रशिक्षण कार्यक्रम हुआ.
UP News: 2024 के लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2022) के लिए बीजेपी (BJP) के साथ-साथ समाजवादी पार्टी (SP) भी तैयारियों में जुट गई है. इसके लिए इन दिनों बीजेपी जहां महा संपर्क अभियान चला रही है, वहीं समाजवादी पार्टी भी प्रशिक्षण शिविर के जरिए संगठन को मजबूत करने में लगी है. मंगलवार को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने लखीमपुर (Lakhimpur) में प्रशिक्षण शिविर के समापन कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र दिया. साथ ही एक बार फिर रथ यात्रा के जरिए अपनी ताकत दिखाई, हालांकि इस यात्रा को लेकर बीजेपी ने अखिलेश यादव पर निशाना साधा है.
दरअसल सपा अपने कार्यकर्ताओं को अब बूथ स्तर तक तैयार कर रही है. इसके लिए प्रशिक्षण शिविर कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. दो दिनों तक लखीमपुर में सपा का जो प्रशिक्षण कार्यक्रम हुआ, उसमें बूथ स्तर तक संगठन को मजबूत करने की तैयारी है. अखिलेश यादव भी प्रशिक्षण शिविर में शामिल हुए. उन्होंने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए बीजेपी पर जमकर हमला बोला.
2022 के विधानसभा चुनाव में भी सपा ने निकाली थी रथ यात्रा
वहीं लखीमपुर से अखिलेश यादव रथ पर सवार हुए और इस लोक कल्याण यात्रा के साथ ही मिशन 2024 का भी आगाज कर दिया. अखिलेश यादव की यात्रा धौरहरा में जाकर समाप्त हुई. माना जा रहा है कि इस रथ यात्रा के जरिए अब अखिलेश यादव ने भी 2024 के लिए चुनावी बिगुल फूंक दिया है. हालांकि, यह पहला मौका नहीं है जब अखिलेश यादव ने यह यात्रा निकाली है, चाहे 2017 का विधानसभा चुनाव हो, 2019 का लोकसभा चुनाव हो या फिर 2022 के विधानसभा चुनाव, अखिलेश यादव ने रथ पर सवार होकर पूरे यूपी का दौरा किया था.
अखिलेश यादव की यात्रा का कोई भी फर्क नहीं पड़ने वाला- बीजेपी
दूसरी तरफ बीजेपी उसी यात्रा का उदाहरण देकर अखिलेश यादव पर निशाना साध रही है. सरकार के मंत्री हों या फिर पार्टी के पदाधिकारी, सब साफ तौर पर कह रहे हैं कि अखिलेश यादव की इस यात्रा का कोई भी फर्क नहीं पड़ने वाला है. बीजेपी के नेता तो यहां तक कह रहे हैं कि अखिलेश यादव बस का इंजन ठीक रखने के लिए कभी 100-200 किलोमीटर की यात्रा कर लेते हैं, जिससे बस भी खराब न हो और पॉलिटिकल टूरिज्म भी हो जाए. सरकार के मंत्री कह रहे हैं कि 2022 में भी अखिलेश यादव ने इस तरह से रथयात्रा निकाली थी लेकिन उसका क्या परिणाम हुआ, सरकार तो बीजेपी की ही बनी और ऐसा ही इस बार भी होगा.
अब नैमिषारण्य जाने वाले हैं अखिलेश यादव
जाहिर है जिस तरह से अखिलेश यादव बीते कुछ दिनों से एक्टिव नजर आ रहे हैं, अलग-अलग जगहों पर जा रहे हैं, कार्यकर्ताओं से मिल रहे हैं, प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल हो रहे हैं, लखीमपुर के बाद अब नैमिषारण्य जाने वाले हैं, उससे साफ है कि 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले अखिलेश यादव खुद फील्ड में उतर कर पार्टी की तैयारी को जांचने में जुट गए हैं. भले ही बीजेपी अखिलेश यादव पर निशाना साध रही हो लेकिन इतना जरूर है कि इस रथ यात्रा ने कहीं न कहीं बीजेपी की टेंशन बढ़ा दी होगी.