UP Politics: लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर ढाई घंटे तक चली सपा की बैठक, अखिलेश यादव ने बनाई ये नई रणनीति
Lok Sabha Elections 2024: सपा के वाराणसी जिलाध्यक्ष ने कहा कि हम बूथ पर जाकर काम करेंगे. बूथ प्रभारी, सेक्टर प्रभारी, जो हमारे विधानसभा का चुनाव लड़ चुके प्रभारी हैं उनको साथ लेकर चुनाव लड़ेंगे.
Lok Sabha Elections 2024: आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटे सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज प्रदेश भर के जिला अध्यक्षों और नगर अध्यक्षों के साथ लंबी बैठक की. करीब ढाई घंटे चली इस बैठक में निकाय चुनाव के नतीजों पर चर्चा करने के साथ ही 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर रणनीति बनाई गई. इस बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव, राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल यादव, प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल समेत अन्य पदाधिकारी भी मौजूद रहे. पार्टी ने एक तरफ जहां बूथ स्तर पर संगठन को मजबूत करने की रणनीति पर मंथन किया तो वहीं 2 महीने बाद से जनता के मुद्दों को लेकर आंदोलन शुरू करने का भी मन बनाया है.
लखनऊ के सपा नगर अध्यक्ष सुशील दीक्षित ने बताया कि बैठक में नगर निकाय चुनाव की समीक्षा हुई और आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां दी गई हैं. पूरे प्रदेश के संगठन को निर्देश दिया गया है बूथ कमेटियां बनाकर जिलेवार, गांव गांव, मोहल्ले मोहल्ले, गली-गली जाकर सपा के नेता और कार्यकर्ता लोगों को जोड़ने का काम करेंगे. जो जनता की मूलभूत समस्याएं हैं उनको जनता के बीच ले जाकर लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे. हर जिले में प्रशिक्षण शिविर का कार्यक्रम बन रहा. उत्तर प्रदेश के जिलों, महानगरों में सपा कार्यकर्ता को प्रशिक्षित करने के लिए शिविर लगाए जाएंगे. पूरे प्रदेश में बूथ, सेक्टर कमेटियां बनाई जाएंगी. संगठन को मजबूत करके 2 महीने के बाद हम आंदोलन भी शुरू करेंगे. जनता की समस्याओं को लेकर सड़कों पर उतरने का काम करेंगे. जिस तरह लोहिया जी उसी तरह अंबेडकर जी, दोनों महान हस्तियां है. इन दोनों के सिद्धांतों पर सपा आगे बढ़ रही. हम लगातार लोहियावादियों और अंबेडकर वादियों को एक मंच पर ला रहे.
हर बिरादरी के लोगों को संगठन से है जोड़ना
कानपुर ग्रामीण के जिला अध्यक्ष और पूर्व विधायक मुनीन्द्र शुक्ला ने कहा बूथ स्तर पर सपा का संगठन पहले भी रहता था. हमें हर बूथ तक जाना है, हर बूथ पर हर बिरादरी के लोगों को संगठन से जोड़ना है. वास्तविक बूथ संगठन बनाना है. क्योंकि जिन लोगों से लड़ाई है हमें वैसे ही लड़नी होगी जैसे वह लड़ते हैं. बूथ, सेक्टर, जोन कमेटी सब नए सिरे से बनेंगे. पहले 5 जून तक यह काम होना था, अब 20 जून तक इस काम को पूरा किया जाएगा. यह काम होने के बाद जो भी प्रभारी है इन कमेटियों का सत्यापन करेंगे. जौनपुर के जिलाध्यक्ष डॉ. रघुनाथ पाल ने कहा की बूथ कमेटी बनाते समय वहां जातीय समीकरण को ध्यान रखने के लिए कहा गया. एक बूथ पर एक बूथ प्रभारी, एक सह प्रभारी और 13 उसके सदस्य होते हैं. यानी कुल 15 लोग की कमेटी होगी बूथ पर.
बूथ प्रभारी या सेक्टर प्रभारी काम नहीं करेगा
सपा के वाराणसी जिलाध्यक्ष सुजीत यादव ने कहा कि हम बूथ पर जाकर काम करेंगे. बूथ प्रभारी, सेक्टर प्रभारी, जो हमारे विधानसभा का चुनाव लड़ चुके प्रभारी हैं उनको साथ लेकर चुनाव लड़ेंगे. हमें संगठन को मजबूत करना है कि कैसे 2024 का चुनाव जीता जाए. जो भी बूथ प्रभारी या सेक्टर प्रभारी काम नहीं करेगा उसे हटाकर दूसरे को लाया जाएगा. जिस समाज के लोग वहां होंगे उस समाज के लोगों को जिम्मेदारी दी जाएगी. कई जगह लोगों से जानकारी मिली की जिनको प्रभारी की जिम्मेदारी दी वह खुद ना होकर अपने घर से भाई बंधुओं को लगा देते हैं. ऐसे लोगों को हटाया जाएगा, जो काम करेगा वही पद पर रहेगा.