(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
'4 जून को मोदी सरकार की विदाई तय', इलाहाबाद सीट से नामांकन के बाद उज्जवल रमण सिंह ने भरी हुंकार
Ujjwal Raman Singh File Nomination: यूपी सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री और इलाहाबाद सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार उज्जवल रमण सिंह के सामने इस बार फिल्म स्टार अमिताभ बच्चन का इतिहास दुहराने की चुनौती है.
Lok Sabha Elections 2024: उत्तर प्रदेश की इलाहाबाद सीट पर इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार उज्जवल रमण सिंह ने आज नामांकन के पहले दिन ही अपना पर्चा दाखिल किया. इस मौके पर बड़ी संख्या में कार्यकर्ता और समर्थक मौजूद थे. नामांकन से पहले उज्जवल रमण ने संगम स्थित लेटे हुए हनुमान मंदिर में पूजा अर्चना कर बजरंग बली का आशीर्वाद लिया था. नामांकन के बाद उन्होंने हुंकार भरते हुए कहा कि देश में बदलाव की बयार बह रही है, लोगों में जबरदस्त आक्रोश है. इस आक्रोश के चलते चार जून को मोदी सरकार की विदाई तय है.
उज्जवल रमण ने नामांकन के मौके पर कहा कि मौजूदा सरकार ने इलाहाबाद के साथ भेदभाव किया है. उपेक्षा की है, यहां विकास नहीं किया. प्रतियोगी छात्रों और युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है. पेपर लीक की घटनाओं ने तमाम लोगों का जीवन बर्बाद कर दिया. उज्जवल ने कहा है कि इसे वह मुद्दा बनाएंगे और चुनाव में बड़ी जीत हासिल करेंगे.
यूपी सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री और इलाहाबाद सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार उज्जवल रमण के सामने इस बार फिल्म स्टार अमिताभ बच्चन का इतिहास दुहराने की चुनौती है. कांग्रेस पार्टी इस सीट पर आखिरी बार 1984 में चुनाव जीती थी. उस वक्त फिल्म स्टार अमिताभ बच्चन सांसद चुने गए थे. उज्जवल रमण समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता कुंवर रेवती रमण के बेटे हैं, वह कुछ दिन पहले ही कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए.
उज्जवल रमण ने आज अपने नामांकन में भारी भीड़ जुटाकर शक्ति प्रदर्शन भी किया. उनके नामांकन में कांग्रेस पार्टी के साथ ही सहयोगी दल समाजवादी पार्टी और आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता भी शामिल हुए. इलाहाबाद सीट पर सबसे पहले नामांकन उन्हीं का हुआ है. बीजेपी प्रत्याशी नीरज तिवारी से मुकाबले को लेकर उन्होंने कहा कि यह विचारधारा की लड़ाई है, बीजेपी की नीतियों और उसके कार्यक्रमों का विरोध है. उज्जवल रमण सिंह ने कहा है कि यह लड़ाई हम अकेले नहीं लड़ रहे हैं, बल्कि पूरे संसदीय क्षेत्र की जनता यह लड़ाई लड़ रही है.