UP News: उत्तर प्रदेश में बीजेपी के सहयोगी दल आगामी चुनाव को लेकर तैयारी में जुट गए हैं. आगामी चुनाव के लिए सहयोगी दलों की तैयारी बीजेपी के चुनौती होगी. राज्य में बीजेपी के सहयोगी दल अपने चुनावी तैयारियों के साथ अपने समीकरण को भी दुरुस्त कर रहे हैं. इस बार हर दल बीजेपी पर ज्यादा से ज्यादा सीटों की डिमांड रख रहा है. बीजेपी के सहयोगी दलों ने मैदान में अपने उपस्थिति बढ़ाने के साथ जनता के बीच ज्यादा से ज्यादा वक्त देना शुरु कर दिया है. 


यूपी में अभी बीजेपी के साथ अपना दल एस, निषाद पार्टी और सुभासपा का गठबंधन है. ये सभी दल अपनी तैयारियों को दुरुस्त करने में लगे हुए हैं. तीनों ही सहयोगी दलों ने अपने संगठन को धारा देने के साथ ही बैठक और कार्यक्रम के माध्य में एक्टिव होने शुरु कर दिया है. सहयोगी दल हर अपने जातीय समीकरण को साधते हुए जातीय बहुलता वाले इलाकों और जिलों में मंडल और जिलास्तर पर बैठक और कार्यक्रम में हिस्सा ले रहे हैं. 


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सहयोगी दल ने शुरु किया मिशन-2024
सबसे पहले बात बीजेपी के पुराने सहयोगी दल अनुप्रिया पटेल की पार्टी अपना दल एस की करते हैं. अपना दल एस इन दिनों मंडलीय सम्मेलन के कार्यक्रमों में लगी हुई है. ये कार्यक्रम यूपी के 5 लोकसभा सीट- कानपुर, बहराइच, प्रतापगढ़, अयोध्या और रामपुर में हो चुके हैं. अभी 10 से ज्यादा लोकसभा सीटों पर इन कार्यक्रमों की तैयारी चल रही है, जबकि 20 से 25 लोकसभा सीटों पर अपना दल एस मंडलीय सम्मेलन करेगी.


इसके अलावा निषाद पार्टी ने संगठनात्मक कार्यक्रमों के अलावा बैठकों के जरिए कार्यकर्ताओं से संवाद बढ़ाना तेज कर दिया है. पार्टी ने अपने एजेंडे के अनुसार निषाद समाज के लिए आरक्षण की मांग को लेकर मछुआ एससी आरक्षण संवैधानिक यात्रा निकाली है. ये यात्रा अगले महीने यानी 13 जनवरी को खत्म होगी. इस दौरान लखनऊ के रमाबाई अंबेडकर मैदान में एक रैली की तैयारी निषाद पार्टी के ओर से शुरु कर दी गई है. 


दूसरी ओर ओम प्रकाश राजभर ने खास तौर पर पूर्वांचल के जिलों और मंडलों में अपने कार्यकर्ताओं को एक्टिव करना शुरु कर दिया है. सुभासपा अभी यूपी के हर जिलों में वंचित शोषित जागरुकता रैली कर रही है. अभी तक सुभासपा ने ये रैली यूपी के 29 जिलों के अलावा बिहार के 20 जिलों में की है. इसके अलावा पार्टी दलित और अल्पसंख्यक सम्मेलन भी कर रही है.