UP Lok Sabha Chunav 2024: यूपी में चौथे चरण में होने वाले मतदान को लेकर प्रत्याशियों के नामांकन प्रक्रिया लगातार जारी है. वहीं कानपुर में लोकसभा चुनाव के लिए प्रत्याशियों के नामांकन भरने का सिलसिला शुरू हो चुका है. चुनाव प्रक्रिया के दौरान मंगलवार को कलेक्ट्रेट परिसर में उस अफरा-तफरी की स्थिति बन गई जब पुलिस ने कांग्रेस प्रत्याशी आलोक मिश्रा रोक लिया. जिस कारण नाराज कांग्रेस प्रत्याशी आलोक मिश्रा कलेक्ट्रेट में ही धरने पर बैठ गए.
दरअसल कानपुर के कलेक्ट्रेट ऑफिस में हो रहे नामांकन के दौरान विपक्ष के प्रत्याशी नामांकन के दौरान अपना नामांकन करने पहुंचे. जिसमे कानपुर सीट से प्रत्याशी आलोक मिश्रा अपने कुछ साथियों के साथ जब नामांकन कराने कानपुर कचहरी पहुंचे तो उनके नामांकन के प्रस्तावक कानपुर के सपा विधायक अमिताभ बाजपाई थे जो नामांकन स्थल तक पहुंचने में लेट हो गए. जिस वजह से पुलिस ने उन्हें अंदर जाने से रोक दिया.
हंगामे के बाद पुलिस ने अंदर जाने दिया
जब इस बात की जानकारी कांग्रेस प्रत्याशी आलोक मिश्रा को लगी तो वो भी बाहर की तरफ भागे और पुलिस से कहने लगे कि अमिताभ उनके प्रस्तावक है और उनका अंदर जाना जरूरी है लेकिन पुलिस अमिताभ को अंदर जाने से लगातार रोकती रही. जिससे गुस्साए गठबंधन प्रत्याशी आलोक मिश्रा पुलिस के सामने ही जमीन पर ही बैठ गए. कांग्रेस प्रत्याशी आलोक मिश्रा तबतक खड़े नही हुए जबतक पुलिस ने विधायक अमिताभ बाजपेई को अंदर जाने की अनुमति नहीं दी.
कलेक्ट्रेट परिसर में काफी देर तक कांग्रेस प्रत्याशी का हंगामा चलता रहा. ये हंगामा मीडिया के कैमरो मे रिकॉर्ड हो गया. हालांकि पुलिस अधिकारी इस मामले में कुछ भी बोलने से बचते नजर आए. वहीं कांग्रेस प्रत्याशी के हंगामे के बीच कानपुर पुलिस के अधिकारियों ने कुछ देर में अपने कदम पीछे हटा लिए और अमिताभ बाजपेई को नामांकन के लिए बतौर प्रस्तावक जाने दिया.
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