यूपी की इस लोकसभा सीट पर सबसे पहले आ सकते हैं रिजल्ट, यहां होगी देर! जानें- क्यों?
UP News: यूपी की 80 लोकसभा सीटों के लिए हुए चुनाव की मतगणना के लिए प्रदेश के 75 जिलों में 81 मतगणना केंद्र बनाए गए हैं.मतगणना केंद्र की निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं.
UP Lok Sabha Chunav 2024: लोकसभा चुनाव के लिए सातवें चरण में एक जून को मतदान प्रक्रिया समाप्त होने के बाद अब मतगणना की बारी है. 4 जून को वोटों की गिनती है. उत्तर प्रदेश में 75 जिलों में 81 मतगणना केंद्र बनाए गए हैं. मतगणना स्थल की हर गतिविधि को मॉनिटर करने के लिए सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं. इसके साथ ही प्रचंड गर्मी को देखते हुए चुनाव आयोग की तरफ से पीने के पानी, शेड, से लेकर पंखा-कूलर की पर्याप्त व्यवस्था किए जाने के निर्देश भी दिए गए हैं.
पोस्टल बैलट की मतगणना आरओ जिला मुख्यालय के मतगणना स्थल पर होगी. मतगणना विधानसभा क्षेत्रवार होगी. मतगणना को सकुशल संपन्न कराने के लिए केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है. मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रेनवा के मुताबिक सबसे पहले पोस्टल बैलेट की गिनती की जाएगी और पोस्टल बैलेट की गिनती शुरू होने के आधे घंटे बाद इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों में दर्ज मतों की भी गिनती शुरू कर दी जाएगी. उन्होंने कहा कि कानपुर लोकसभा में सबसे कम 1607 पोलिंग बूथ होने के कारण नतीजे सबसे पहले आयेंगे और गाजियाबाद के सबसे अधिक 3092 बूथ होने के कारण यहां के नतीजे सबसे देरी में आने का अनुमान है.
यूपी में 851 प्रत्याशी मैदान में
उत्तर प्रदेश में कुल 80 लोकसभा सीटों पर 851 प्रत्याशी मैदान में है जिसमें 771 पुरुष और 80 महिलाएं हैं . इसमें सबसे अधिक 28 प्रत्याशी मऊ की घोसी लोकसभा सीट पर हैं और सबसे कम प्रत्याशी गोंडा की कैसरगंज लोकसभा सीट पर हैं. उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार के मंत्री परिषद के सदस्य , सांसद, विधायक, मेयर , नगर पालिका परिषद/ नगर पंचायत के अध्यक्ष को काउंटिंग एजेंट बनने पर प्रतिबंध है.उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार से सुरक्षा प्राप्त व्यक्तियों को भी काउंटिंग एजेंट बने बनाए जाने पर प्रतिबंध लगाया गया है.
ये भी पढ़ें: Gorakhpur News: सीएम योगी ने की महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की सभी संस्थाओं की समीक्षा बैठक, दिए ये जरूरी निर्देश