यूपी में चुनाव दर चुनाव घट रहा BJP का रुतबा, इतनी विधानसभाओं में पिछड़ी, हुआ बुरा हाल
UP Lok Sabha Results 2024: लोकसभा चुनाव में बीजेपी को बड़ा झटका लगता दिख रही है. पार्टी के न सिर्फ सांसद कम हो गए हैं बल्कि कई विधानसभाओं में भी पार्टी पिछड़ गई है.
UP Lok Sabha Results 2024: उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी का जो खराब प्रदर्शन रहा, उससे पार्टी को तिहरा झटका लगा है. बीजेपी के सांसदों की संख्या घटकर आधी रह गई तो वहीं केंद्र में भी बीजेपी बहुमत से पिछड़ गई और प्रदेश में भी दबदबा कम हो गया है. विधानसभावार देखा जाए तो 2017 के मुकाबले 312 सीटों पर भगवा लहराने वाली पार्टी इस बार सिर्फ 162 सीटों पर ही बढ़त बना सकी, जो शुभ संकेत नहीं है.
उत्तर प्रदेश में बीजेपी का रुतबा कम हो रहा है. 2024 की नतीजों पर गौर करें तो इस बार बीजेपी 162 सीटों पर ही बढ़त बना सकी, जबकि समाजवादी पार्टी ने 183 सीटों पर बढ़त बनाई और कांग्रेस भी पिछली बार दो सीटों के मुकाबले 40 विधानसभा सीटों पर आगे निकल गई है. दिलचस्प बात ये हैं कि 2017 में भी कांग्रेस-सपा का गठबंधन था लेकिन तब सपा सिर्फ 47 सीटों पर ही सिमट गई थी. जबकि बसपा हर विधानसभा में पीछे रह गई.
यूपी में कम हो रहा बीजेपी का रुतबा
उत्तर प्रदेश में 2017 के बाद से हुए चुनावों के बाद से बीजेपी का कद विधानसभावार कम होता जा रहा है वहीं समाजवादी पार्टी मजबूती से आगे बढ़ती दिख रही है. सपा के साथ कांग्रेस को भी कई सीटों पर फायदा मिला है. हालांकि बसपा के वोट बैंक में बड़े स्तर पर सेंध लगती दिखाई दे रही है.
साल 2017 के बाद विधानसभावार चुनाव के आंकड़ों पर नजर डाले तो बीजेपी 312 सीटों पर आगे थी. 2019 में ये संख्या घटकर 274 पर पहुंच गई. 2022 विधानसभा चुनाव में बीजेपी 255 पर आ गई और इस आंकड़ा सिर्फ 162 रह गया है. वहीं समाजवादी पार्टी के प्रदर्शन की बात करें तो 2017 में सपा 403 में से 47 सीटों पर आगे रही, 2019 में 47 विदानसभा और 2022 में 111 सीटों पर आगे रही. 2024 में सपा ने और रफ्तार पकड़ी और इस बार 183 सीटों पर आगे हो गई है.
2024 के चुनाव में कांग्रेस ने भी बड़ी छलांग लगाई है. 2017 में महज़ सात सीटें जीतने वाली कांग्रेस 2019 में 9 सीटों पर आगे रही. 2022 में 2 और अब बढ़कर 40 विधानसभाओं में आगे हो गई है. वहीं बसपा हर बार कमजोर होती जा रही है. 2017 में बसपा 19 सीटों पर आगे थी, 2019 में सपा गठबंधन के साथ 66 सीटों पर बढ़त बनाई. 2022 में 1 सीट रह गई और 2024 में उसका आंकड़ा जीरो रह गया है.