(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
बैन खत्म होते ही आक्रमक तेवर में दिखीं मायावती, चुनाव आयोग पर साधा निशाना
मायावती ने बैक-टू-बैक ट्वीटकर चुनाव आयोग और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा है। मायावती पर लगा चुनाव आयोग का बैन आज खत्म हो गया है।
नई दिल्ली, एबीपी गंगा। चुनाव प्रचार पर बैन खत्म होते ही बीएसपी सुप्रीमो मायावती आक्रमक तेवर में नजर आई हैं। मायावती ने बैक-टू-बैक ट्वीटकर चुनाव आयोग और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा है। मायावती ने ट्वीट कर पूछा कि यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ बैन के बावजूद मंदिर-मंदिर घूम रहे हैं और चुनावी लाभा उठा रहे हैं। उनपर चुनाव आयोग इतना मेहरबाना क्यों है?
योगी पर मेहरबना क्यों आयोग? मायावती ने अपने ट्वीट में लिखा, 'चुनाव आयोग की पाबंदी का खुला उल्लंघन करके यूपी के सीएम योगी शहर- शहर व मंदिरों में जाकर एवं दलित के घर बाहर का खाना खाने आदि का ड्रामा कर रहे हैं। वे उसको मीडिया में प्रचारित/प्रसारित करवाके चुनावी लाभ लेने का गलत प्रयास लगातार कर रहे हैं, किन्तु आयोग उनके प्रति मेहरबान है, क्यों?'
चुनाव आयोग की पाबंदी का खुला उल्लंघन करके यूपी के सीएम योगी शहर- शहर व मन्दिरों में जाकर एवं दलित के घर बाहर का खाना खाने आदि का ड्रामा करके तथा उसको मीडिया में प्रचारित/प्रसारित करवाके चुनावी लाभ लेने का गलत प्रयास लगातार कर रहे हैं किन्तु आयोग उनके प्रति मेहरबान है, क्यों?
— Mayawati (@Mayawati) April 18, 2019
तो स्वतंत्र व निष्पक्ष चुनाव होना असंभव... मायावती ने अगले ट्वीट में लिखा, 'अगर ऐसा ही भेदभाव व बीजेपी नेताओं के प्रति चुनाव आयोग की अनदेखी व गलत मेहरबानी जारी रहेगी, तो फिर इस चुनाव का स्वतंत्र व निष्पक्ष होना असंभव है। इन मामलों मे जनता की बेचैनी का समाधान कैसे होगा? बीजेपी नेतृत्व आज भी वैसी ही मनमानी करने पर तुला है, जैसा वह अबतक करता आया है, क्यों?'
अगर ऐसा ही भेदभाव व बीजेपी नेताओं के प्रति चुनाव आयोग की अनदेखी व गलत मेहरबानी जारी रहेगी तो फिर इस चुनाव का स्वतंत्र व निष्पक्ष होना असंभव है। इन मामलों मे जनता की बेचैनी का समाधान कैसे होगा? बीजेपी नेतृत्व आज भी वैसी ही मनमानी करने पर तुला है जैसा वह अबतक करता आया है, क्यों?
— Mayawati (@Mayawati) April 18, 2019
देवबंद की रैली में दिए भाषण पर लगी थी रोक बता दें कि चुनाव आयोग ने देवबंद रैली के दौरान मायावती के दिए गए भाषण पर एक्शन लेते हुए उनके चुनाव प्रचार पर 48 घंटे की रोक लगा दी थी। ये बैन मंगलवार सुबह 6 बजे हुआ, जो कि आज सुबह यानी 18 अप्रैल सुबह 6 बजे खत्म हो गया। इस बैन के कारण बीते 48 घंटों में मायावती कोई चुनावी जनसभा और कोई रोड शो नहीं कर सकी। यहां तक की कोई राजनीतिक ट्वीट भी नहीं कर सकी। 48 घंटे का बैन खत्म होते ही मायावती चुनाव आयोग पर जमकर बरसती दिखीं। उन्होंने आयोग पर बीजेपी नेताओं पर मेहरबान रहने का आरोप लगाया। दरअसल, 7 अप्रैल को देवबंद की रैली में मायावती ने गठबंधन की संयुक्त रैली में मुसलामानों से गठबंधन के पक्ष में मतदान करने की अपील की थी। मायावती के इस बयान के जवाब में योगी आदित्यनाथ का बयान आया कि अगर मायावती के अली हैं, तो हमारे बजरंगबली। वहीं, चुनाव आयोग ने योगी के बयान पर भी एक्शन लेते हुए उनके चुनाव प्रचार पर भी तीन दिन का प्रतिबंध लगा दिया।
घबराई हुई है बीजेपी: मायावती मायावती ने कांग्रेस को भी निशाने पर लिया है। मायावती ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, 'आज दूसरे चरण का मतदान है और बीजेपी व पीएम मोदी उसी प्रकार से नरवस व घबराए लगते हैं, जैसे पिछले लोकसभा चुनाव में हार के डर से कांग्रेस व्यथित व व्याकुल थी। इसकी असली वजह सर्वसमाज के गरीबों, मजदूरों, किसानों के साथ-साथ इनकी दलित, पिछड़ा व मुस्लिम विरोधी संकीर्ण सोच व कर्म है।'
मायावती को सीएम के सलाहकार का जवाब मायावती द्वारा योगी पर दलित के घर खाने खाने को ड्रामा बताए जाने पर सीएम के सलाहकार ने पलटवार किया है। उन्होंने मायावती के आरोप पर जवाब देते हुए कहा कि किसी के व्यक्तिगत निमंत्रण पर उसके घर भोजन करना, व्यक्तिगत आस्था के तहत पूजन दर्शन करना आयोग के निर्देशों का उल्लंघन कैसे हो सकता है ? लिखा हुआ भाषण पढ़ती हैं तो आयोग के ऑर्डर की कॉपी भी पढ़िए।