रामपुर, एबीपी गंगा। एक बार फिर से समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव आजम खान सुर्खियों में हैं। इस बार मामला आजम खान और प्रशासनिक अफसरों के बीच छिड़े शीतयुद्ध से जुड़ा है। दोनों ही एक-दूसरे से जान का खतरा बता रहे हैं। प्रशासनिक अधिकारियों और आजम खान के बीच की ये तनातनी अब और बढ़ गई है।


पूरा मामला क्या है?


दरअसल, रामपुर के प्रशासनिक अधिकारियों ने एक पत्र लिखकर सपा नेता आजम खान से अपनी जान को खतरा बताया है। इन प्रशासनिक अधिकारियों ने जिलाधिकारी के साथ रामपुर के पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर सुरक्षा के लिए भी कहा है। वही, आजम खान के साथ- साथ उनकी पत्नी ने भी आज प्रशासन से अपनी जान को खतरा बताया है। उधर, रामपुर के जिलाधिकारी ने जवाब देते हुए कहां है कि आजम और उनके परिवार के सारे आरोप निराधार हैं। उनका आरोप है कि अधिकारियों के घरों की रेकी कराई जा रही है। वहीं, कुछ संदिग्ध लोग उनके घरों के बाहर घूम रहे हैं।


आजम खान की पत्नी बोलीं, पति-बेटे समेत परिवार को जान का खतरा


उधर, रामपुर सपा नेता आजम खान की पत्नी समाजवादी पार्टी से राज्यसभा सांसद तंजीम फातिमा ने प्रेस वार्ता कर कहा कि देशभर में अराजकता का माहौल है और पश्चिम बंगाल के हालात जम्मू-कश्मीर के हालात सबके सामने है। साथ ही, उन्होंने अपने पति आजम खान और बेटा अब्दुल्ला आजम सहित पूरे परिवार की हत्या कराने का प्रशासन पर आरोप लगाया है। साथ ही कहा है कि मतगणना वाले दिन प्रशासन गड़बड़ी करा सकता है। मैंने सभी को पत्र लिखकर अवगत करवा दिया है। चुनाव आयोग भी कोई संज्ञान नहीं ले रहा है। जिले के चार अधिकारिओं के निशाने पर आजम खान और उनका पूरा परिवार है। जब अधिकारी ही सुरक्षा मांग रहे है तो हम लोग कहां जाएं, जनता कहां जाए, ऐसे अधिकारियों को पद से हटा देना चाहिए ।


शिकायतकर्ता जेपी गुप्ता का कहना


शिकायतकर्ता में एक रामपुर के एडीएम प्रशासन अपर जिलाधिकारी जेपी गुप्ता ने कहा कि सपा नेता आजम खान ने हमारे ऊपर यह आरोप लगाया है कि हम गुप्त मीटिंग करके कोई षड्यंत्र रच रहे हैं। इस आरोप में यह भी कहा गया है कि फतेहपुर हमारी पोस्टिंग की। वहां के लोगों के साथ मिलकर यह किया जा रहा है। बहुत घटिया आरोप लगाए हैं। अपर जिलाधिकारी जेपी गुप्ता ने कहा कि इस संदर्भ में हमने पुलिस अधीक्षक को एक पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि हम देख रहे हैं हमारे घर और ऑफिस की और हमारी रैकिंग कराई जा रही है, उसे हमने उच्च अधिकारियों को अवगत करा दिया है।


इस पर रामपुर जिला अधिकारी ने कहा कि मेरे संज्ञान में मामला आया है। तीन अधिकारियों के घर और ऑफिस की रैकिंग की जा रही है। मैंने पुलिस अधीक्षक को इस मामले से अवगत करा दिया है। इन अधिकारियों ने चुनाव में अच्छा काम किया था, जो चुनाव आयोग की गाइडलाइन हैं। उसी आधार पर हम कार्य करते हैं जो आरोप हम पर लगाए गए हैं वह गलत है। इलेक्शन कमिशन को शिकायतें की जा रही हैं, जबकि इलेक्शन के दिन 300 ईवीएम मशीनें खराब होने की बात कही गई थी, जबकि 4 जिलों के मुकाबले बहुत कम मशीनें खराब हुईं। वोट परसेंट भी पिछली बार के मुकाबले चार परसेंट बढ़ा है। जो आरोप लगा रहे हैं वह आरोप सिद्ध नहीं हो पा रहे हैं। मतगणना को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं और लोगों को एलईडी के माध्यम से लाइव प्रसारण भी दिखाया जाएगा किसी को माहौल खराब करने नहीं दिया जाएगा।