आगरा, एबीपी गंगा। लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में यूपी की आठ सीटों पर मतदान हो रहा है, जिसमें प्रदेश की वीवीआई सीट फतेहपुर सीकरी भी शामिल है। कांग्रेस ने इस बार फिर से राज बब्बर पर भरोसा जताया है और उनपर दांव चला है फतेहपुर सीकरी से। कांग्रेस आलाकमान ने पहले राज बब्बर को मुरादाबाद से अपना प्रत्याशी घोषित किया था, लेकिन बाद में उनकी सीट बदलकर फतेहपुर सीकरी कर दी गई। राज बब्बर की जगह अब मुरादाबाद से मशहूर शायर और कवि इमरान प्रतापगढ़ी चुनावी मैदान में हैं।


2009 में फतेहपुर सीकरी से लड़ चुके हैं चुनाव


राज बब्बर पहले भी फतेहपुर सीकरी से चुनावी मैदान में उतर चुके हैं। 2009 के लोकसभा चुनाव में राज बब्बर फतेहपुर सीकरी से चुनाव लड़े थे, हालांकि बीएसपी के प्रत्याशी से उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। उन्हें करीब नौ हजार वोटों से मात मिली थी। बता दें कि फतेहपुर सीकरी से करीब आगरा संसदीय सीट से 1999 से 2004 तक वे सांसद रहे। इस बार बीजेपी ने फतेहपुर सीकरी से राजकुमार चाहर को अपना प्रत्याशी घोषित किया है।


2014 में गाजियाबाद से लड़े चुनाव, हारे


2014 में राज बब्बर गाजियाबाद से चुनावी मैदान में उतरे थे, लेकिन बीजेपी प्रत्याशी वीके सिंह की चुनावी चाल के आगे वो टिक नहीं सके। वो लगभग एक लाख 91 हजार वोट हासिल कर सके थे। हालांकि पिछले चुनाव में राज बब्बर कांग्रेस के उन कुछ चुनिंदा उम्मीदवारों में से थे, जिन्हें एक लाख से अधिक वोट मिल थे।


पिछला चुनाव हारे, फिर भी पार्टी का विश्वास बरकरार


2014 की हार ने कांग्रेस को ताश के पत्तों की तरह बिखेर कर रख दिया था। उत्तर प्रदेश में कांग्रेस का सूपड़ा ही साफ हो गया था, वो केवल अपने गढ़ अमेठी और रायबरेली का किला ही भगवा आंधी से बचाने में कामयाब रह सकी थी। लेकिन इस बार कांग्रेस प्रदेश में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए हर सीट को कीमती मानकर चल रही है। इसके लिए पार्टी सोच-विचार कर प्रत्याशी को उतार रही है। भले ही 2014 में स्टार प्रत्याशी राज बब्बर का जादू न चल सका हो, लेकिन कांग्रेस का उनपर विश्वास अब भी कायम है।


सीट जीतने के अलावा अच्छे प्रदर्शन की जिम्मेदारी


राज बब्बर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं। फतेहपुर सीकरी सीट जीतने के अलावा उनके ऊपर सभी सीटों पर पार्टी के अच्छे प्रदर्शन की भी जिम्मेदारी है।


कौन-कौन मैदान में



  • राजकुमार चाहर (बीजेपी)

  • श्रीभगवान शर्मा उर्फ गुड्डू पंडित (बीएसपी)

  • मनीषा सिंह (प्रगतिशील समाजवादी पार्टी)


राज बब्बर का चुनावी सफर





  • राज बब्बर का राजनैतिक सफर 1989 में शुरू हुआ। वीपी सिंह की जनता दल में शामिल होकर उन्होंने राजनीति में एंट्री मारी

  • बाद में वे समाजावादी पार्टी में शामिल हो गए

  • 1994 से लेकर 1999 तक वे राज्यसभा के सांसद रहे

  • बीच में 1996 में राज बब्बर ने सपा की टिकट पर पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के खिलाफ भी चुनाव लड़ा। वाजपेयी के खिलाफ लखनऊ से राज बब्बर हार गए थे

  • 2006 में सपा से निलंबित कर दिया गया

  • 2008 में कांग्रेस में शामिल हुए

  • 2015 में राज बब्बर को उत्तराखंड से राज्यसभा भेजा गया था

  • 2016 से बब्बर उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की कमान संभाल रहे हैं

  • 2009-2014 तक फिरोजाबाद से सांसद रहे

  • 2014 का चुनाव गाजियाबाद से लड़ा, लेकिन बीजेपी प्रत्याशी वीके सिंह से हार गए


18 अप्रैल को मतदान

फतेहपुर सीकरी में दूसरे चरण यानी आज (18 अप्रैल) मतदान है। यहां प्रमुख मुकाबला कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर और बीजेपी के राजकुमार चाहर के बीच माना जा रहा है। वहीं, सपा-बसपा गठबंधन ने श्रीभगवान शर्मा उर्फ गुड्डू पंडित को अपना प्रत्याशी बनाया है, जबकि शिवपाल यादव की प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) से मनीषा सिंह चुनावी मैदान में हैं।