फर्रुखाबाद, एबीपी गंगा। व्यापार तथा व्यवसाय की दृष्टि से फर्रुखाबाद यूपी का एक महत्त्वपूर्ण शहर है। इस बार इस संसदीय सीट से 9 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव में यहां बीजेपी ने अपना परचम लहराया था। कांग्रेस की मनमोहन सरकार में विदेश मंत्री रहे सलमान खुर्शीद इसी सीट से चुनकर लोकसभा पहुंचे थे। समाजवादी नेता राममनोहर लोहिया भी इस सीट से चुनाव जीत चुके हैं।


कड़ा है मुकाबला


फर्रुखाबाद लोकसभा सीट से इस बार पूर्व विदेश मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद चुनावी मैदान में हैं और उन्हें भारतीय जनता पार्टी के मुकेश राजपूत और बहुजन समाज पार्टी के मनोज अग्रवाल से कड़ी चुनौती मिल सकती है। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) ने उदय पाल सिंह को मैदान में उतारा है। 3 उम्मीदवार अन्य पार्टियों और 2 निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर मैदान में हैं। 2014 में मुकेश राजपूत यहां से चुनाव जीतने में कामयाब रहे थे।


सियासी समीकरण


साल 1957 से 1971 तक इस सीट पर कांग्रेस का दबदबा रहा। कांग्रेस की जीत का सिलसिला 1977 में भारतीय लोकदल के दयाराम शाक्य ने कांग्रेस के अवधेश चन्द्र सिंह को हराकर तोड़ा था। 1991 में आम चुनावों में कांग्रेस ने यहां वापसी की और पूर्व केन्द्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद ने जीत दर्ज की। 1996 में भारतीय जनता पार्टी ने इस सीट पर पहली बार जीत दर्ज की, स्वामी सच्चिदानद हरी साक्षी यहां से एमपी चुने गए।


1998 में बीजेपी के स्वामी सच्चिदानद हरी साक्षी दोबारा यहां के सांसद निर्वाचित हुए। 1996 और 1998 के चुनावों में हुई हार का बदला समाजवादी पार्टी ने 1999 के चुनाव में लिया, जब समाजवादी प्रत्याशी चंद्रभूषण सिंह ने भाजपा प्रत्याशी प्रो रामबक्श सिंह वर्मा को हराया था। 2004 में समाजवादी मुन्नू भईया ने दोबारा इस सीट पर कांग्रेसी उम्मीदवार लुइस खुर्शीद को हराकर जीत दर्ज की थी। 2009 में हुए आमचुनावों में कांग्रेस के सलमान खुर्शीद ने बहुजन समाजवादी पार्टी के नरेशचन्द्र अग्रवाल को 27,199 वोटों से हराया था लेकिन साल 2014 में ये सीट भाजपा के पास आ गई।


विधानसभा सीट


फर्रुखाबाद जिले का गठन 1997 में हुआ। इसे पोटैटो सिटी के नाम से भी जाना जाता है। यहां औसत साक्षरता दर 72% है देश के 250 पिछड़े क्षेत्रों में होने की वजह से पिछड़ा क्षेत्र अनुदान निधि के तहत विशेष सहायता मिलती है। यहां 84 प्रतिशत आबादी हिंदू और 14 प्रतिशत आबादी मुस्लिम है यूपी के फर्रुखाबाद लोकसभा सीट के अंतर्गत पांच विधानसभा सीटें आती हैं। इनमें अलीगंज, कैमगंज, अमृतसर  भोजपुर और फर्रुखाबाद हैं।


2014 के नतीजे


2014 के लोकसभा चुनाव में फर्रुखाबाद संसदीय सीट पर 60.15 फीसदी मतदान हुआ था। इस सीट पर बीजेपी के मुकेश राजपूत ने सपा के रमेश्वर यादव को एक लाख 50 हजार 502  वोटों से मात देकर जीत हासिल की थी। मुकेश राजपूत को तब 4,06,19 और सपा के रमेश्वर यादव को 2,55,693 वोट मिले थे। बसपा के जयवीर सिंह को 1,14,521 मिले थे।