कौन है मैदान में
बीजेपी ने मौजूदा सांसद कुंवर पुष्पेंद्र सिंह चंदेल पर फिर से दांव खेला है जिन्हें गठबंधन की तरफ से बीएसपी के दिलीप कुमार सिंह से चुनौती मिल रही है। कांग्रेस ने प्रीतम सिंह लोधी को चुनावी मैदान में उतारा है, इसके अलावा प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया), बहुजन मुक्ति पार्टी, भारतीय शक्ति चेतना पार्टी, राष्ट्रीय क्रांति पार्टी के साथ सात निर्दलीय चुनाव मैदान में हैं।
राजनीतिक पृष्ठभूमि
हमीरपुर लोकसभा सीट पर आजादी के बाद से अब तक 16 बार लोकसभा चुनाव हो चुके हैं। इनमें से 7 बार कांग्रेस को जीत मिली जबकि बीजेपी को 4 बार। बसपा यहां से 2 बार जीत का स्वाद चख चुकी है। इसके अलावा एक-एक बार सपा, जनता दल और लोकदल को जीत मिल चुकी है। आजादी के बाद पहली बार 1952 में हुए लोकसभा चुनाव में यहां से कांग्रेस के मनुलाल द्विवेदी संसद पहुंचे थे। इसके बाद 1971 तक कांग्रेस लगातार पांच पार जीतने में कामयाब रही। कांग्रेस की जीत का सिलसिला 1977 में लोकदल ने रोका।
हमीरपुर लोकसभा सीट पर 1991 में बीजेपी कमल खिलाने में कामयाब रही थी, इसके बाद 1998 तक बीजेपी लगातार तीन चुनाव जीतने में कामयाब रही। 1999 में बसपा के अशोक चंदेल यहां से जीतकर संसद पहुंचे, लेकिन 2004 में सपा ने राजनारायण भदौरिया को उतारकर जीत दर्ज की। पांच साल बाद 2009 में हुए आम चुनाव में बसपा ने फिर वापसी की और विजय बहादुर सिंह जीतने में कामयाब रहे। 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने मोदी लहर में जीत दर्ज की और यहां से कुंवर पुष्पेन्द्र सिंह चंदेल सासंद बने।
सामाजिक ताना-बाना
2011 की जनगणना के अनुसार हमीरपुर लोकसभा सीट पर 82.79 फीसदी ग्रामीण और 17.21 फीसदी शहरी आबादी है। अनुसूचित जाति की आबादी इस सीट पर 22.63 फीसदी है। इसके अलावा राजपूत, मल्लाह और ब्राह्मण मतदाता यहां निर्णायक भूमिका में हैं। यहां 8.26 फीसदी मुस्लिम मतदाता भी हैं।
विधानसभा सीट
हमीरपुर लोकसभा क्षेत्र के तहत पांच विधानसभा सीटें आती हैं। इनमें हमीरपुर, राठ, महोबा, चरखारी और तिंदवारी विधानसभा सीटें शामिल हैं। राठ विधानसभा सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। मौजूदा समय में पांचों सीटों पर बीजेपी का कब्जा है।
2014 का जनादेश
2014 के लोकसभा चुनाव में हमीरपुर संसदीय सीट पर 56.11 फीसदी मतदान हुआ था। इस सीट पर बीजेपी के कुंवर पुष्पेन्द्र सिंह चंदेल ने सपा के बिशंभर प्रसाद निषाद को दो लाख 66 हजार 788 वोटों से मात देकर जीत हासिल की थी।
बीजेपी के कुंवर पुष्पेन्द्र सिंह चंदेल को 4,53,884 वोट मिले
सपा के बिशंभर प्रसाद निषाद को 1,87,096 वोट मिले
बसपा के राकेश कुमाक गोस्वामी को 1,76,356 वोट मिले
कांग्रेस की प्रतिमा लोधी को 78,229 वोट मिले