अलीगढ़: चुनावी मौसम है तो नेताओं की मेहनत भी बढ़ जाती है। लोगों से मिलना, जनसंपर्क के दौरान यात्रा, भाषण ये वो तमाम काम होते हैं जो एक नेता की शारीरिक व मानसिक थकान को बढ़ा देते हैं। अब अगर नेता जी थक कर बैठ गए तो चुनाव कैसे लड़ेंगे तो ऐसे में उन्हें अपनी सेहत का खास ख्याल भी रखना होता है।


रह सकते हैं तनाव मुक्त


सेहत का ख्याल रखना हो तो होम्योपैथिक मेडिसिन से बढ़िया विकल्प क्या हो सकता है। वैसे में गर्मी के इस मौसम को ध्यान में रखते हुए विशेषज्ञों का मानना है कि होम्योपैथी से वो सारे इलाज संभव हैं जो नेताओं की चुस्ती और फुर्ती को कायम रखते हुए उन्हें तनाव मुक्त रख सकते हैं।


हर मर्ज की दवा


होम्योपैथी की छोटी-छोटी गोलियों से टेंशन को दूर भगा सकती हैं। गला बैठ जाए, नींद न आए, आत्मविश्वास हिल जाए, भाषणों में आवाज बुलंद करनी हो या फिर दिल व दिमाग का तरोताजा रखना हो ये गोलियां हर मर्ज को दूर करने में सहायक साबित होंगी।


गला खराब होने पर क्या करें


लगातार भाषण देने से नेताओं का गला खराब हो सकता है। ऐसे में वे नित्य कास्टिकम 30 की आठ-दस गोलियों को खाकर क्षेत्र में जाएं तो बेहतर होगा। यदि परेशानी अधिक हो गई है तो दिन में तीन से चार बार इसका सेवन करें। गले में दर्द अधिक हो तो फाइटोलाका 30 दिन में चार बार ले सकते हैं।


बेहतर रहेगी सेहत


होम्योपैथी विशेषज्ञ कहते हैं कि दिन-रात सम्पर्क, भाषण, भीड़ देखकर या हूटिंग से कई बार घबराहट होने लगती है। चिड़चिड़ापन, बेचैनी आदि किए-कराए पर पानी फेर देती है। ऐसा आत्मविश्वास में कमी से होता है। इसके लिए अर्जेटम नाइट्रिकम, एकोनाइट दवा ले सकते हैं। ये दवाएं बेहतर रिजल्ट देंगी जिससे स्वास्थ्य अच्छा रहेगा।


चाहिए चैन की नींद


वरिष्ठ होम्योपैथी विशेषज्ञ डॉ. डीके वर्मा का कहना कि नेता इस चिंता में रहते है कि क्या होगा? कैसे होगा। नींद न आने पर काली फस 6 एक्स कारगर है। दिमागी रूप से पस्त रात को सोते समय कैलीफोस 200 व शारीरिक थकावट से दिमाग पस्त हो तो आर्निका मोंटाना व रस टाक्स 30 दिन में तीन-चार लें। नींद के लिए एलोपैथी दवाएं नुकसानदायक हैं।


संतुलित आहार बेहद जरूरी


चुनाव के वक्त नेताओं को खानपान पर अधिक ध्यान देने की जरूरत होती है। नाश्ते में दूध, अंकुरित चने, अंडा, पनीर व एक मिठाई ले सकते हैं। नाश्ता में कमी न रखें। दोपहर के भोजन में दाल, सब्जी, दही, चावल सलाद आदि जरूर शामिल करें। रात में हल्का भोजन लें। तैलीय व मसालेदार भोजन से परहेज करें। फ्रूट जूस जैसे तरल पदार्थ जरूर लें जिससे सेहत बनी रहे और भाषणों का दौर चलता रहे।