लखनऊ, एबीपी गंगा। मुलायम सिंह यादव....उत्तर प्रदेश की सियासत के ऐसे धुरंधर नेता...जिन्होंने एक साधारण परिवार से निकलकर प्रदेश और देश की सियासत में बड़ी भूमिका अदा की। तीन बार प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे और एक बार देश के रक्षा मंत्री रहे। सियासी गलियारों में ये कहा जाता है कि उत्तर प्रदेश ही नहीं, देश की राजनीति में मुलायम सिंह यादव का सिक्का चलता रहा है। आज वहीं मुलायम बेटे के कर्जदार हैं, इसके बावजूद नेता जी का जलवा कायम है।


1992 में मुलायाम से समाजवादी पार्टी की नींव रखीं और 1993 में पहली बार प्रदेश के मुख्यमंत्री की कमान संभाली। सपा के मुखिया से लेकर पार्टी संरक्षक तक के सफर में एक मौका ऐसा भी आया जब मुलायम का नाम प्रधानमंत्री की रेस में भी आया, हालांकि लालू प्रसाद यादव और शरद यादव ने उनके इस इरादे पर पानी फेर दिया।


जिस समाजवादी पार्टी को मुलायम ने खड़ा किया, वो भले ही दो भागों में बंट गई हो, लेकिन मुलायम का रुतबा अब भी बोलता है। मुलायम के जलवा कायम होने की गवाही तो मैनपुरी में उनके नामांकन भरने के दौरान उमड़ी भीड़ ने दे दी। ये शायद उनकी मेहनत का परिणाम है कि सपा की कमान भले ही अब उनके बेटे अखिलेश यादव के हाथ में हैं, लेकिन पार्टी कार्यकर्ताओं और मैनपुरी के लोगों के दिल में अब भी मुलायम हैं।




  • 1996 में पहली बार मैनपुरी सीट से लोकसभा चुनाव जीता

  • 1998 में चुनाव में मुलायम सिंह संभल से लोकसभा में वापस लौटे

  • 1999 में मुलायम सिंह संभल और कन्नौज सीट से जीते

  • 2004 व 2009 में मैनपुरी सीट से लोकसभा चुनाव जीता

  • 2014 में भी वह मैनपुरी के साथ आजमगढ़ से सांसद निर्वाचित हुए


जिसने कभी न रुकना सीखा, उसका नाम मुलायम है....


आज भी नेताजी की एक झलक पाने के लिए जनता उतावली हो जाती है। बात करें, मैनपुरी में नेताजी के नामांकन की तो, उस वक्त हर कोई मुलायम के संबोधन का इंतजार कर रहा था, लेकिन वो नहीं आए। हालांकि, मंच पर ये नारा जरूर सुनने को मिल गया.... जिसने कभी न रुकना सीखा, उसका नाम मुलायम है....


5 साल में एक करोड़ 66 लाख रुपये कमाए


पिछले पांच सालों में मुलायम दंपति ने एक करोड़ 66 लाख रुपए कमाए हैं। ये कमाई सांसद वेतन, घर के किराए और खेती से हुई है। इसका खुलासा नामांकन पत्र में दाखिल चल-अचल संपत्ति और आय के स्त्रोतों की दी गई जानकारी से हुआ।


न वाहन, न मोबाइल


मुलायम के पास न तो वाहन है और न ही वो अपने पास मोबाइल फोन रखते हैं। उनके आवास पर सिर्फ एक लैंडलाइन फोन लगा हुआ है। इसके अलावा मुलायम किसी भी सोशल मीडिया प्लेफॉर्म पर भी नहीं हैं। इतना ही नहीं, मुलायम की कोई मेल-आईडी तक नहीं है। आज के दौर में जब डिजिटल वर्ल्ड के माध्यम से जनसंपर्क और प्रचार-प्रसार किया जा रहा है, उस दौर में मुलायम की सोशल मीडिया की दूरी ने भी उनके रुतबे को बनाए रखा है।


बेटे के कर्जदार हैं मुलायम


मुलायम सिंह यादव अपने बेटे अखिलेश के कर्जदार हैं। नामांकन के दौरान दाखिल किए गए अपने हलफनामे में मुलायम ने बताया कि उन्होंने अखिलेश से 2 करोड़ 13 लाख 80 हजार रुपये का कर्ज लिया है।


....फिर भी मुलायम का नाम ही काफी है




  • मुलायम के पास कोई कार नहीं, जबकि पत्नी साधना यादव के पास दो कारें

  • पत्नी के पास 2,41,52,365 कीमत के गहने, मुलायम के पास कोई आभूषण नहीं

  • मुलायम के पास 1,36,65,853 रुपये और पत्नी साधना यादव के पास 2,97,65,742 रुपये की चल संपत्ति

  • मुलायम के पास 16 लाख 17 हजार 266 रुपये की नकदी है।

  • मुलायम के पास पांच बैंक खाते हैं- इटावा की बैंक ऑफ बड़ौदा में तीन खाते, एक खाता स्टेट बैंक दिल्ली और एक खाता लखनऊ में है।

  • इसके अलावा मुलायम ने 9,47,298 रुपए की पॉलिसी भी ले रखी है।