मिश्रिख, एबीपी गंगा। मिश्रिख लोकसभा सीट सीतापुर, हरदोई और कानपुर जिलों की विधानसभा सीटों को मिलाकर बनाई गई है। मिश्रिख लोकसभा सीट (सुरक्षित) पर इस बार 13 उम्मीदवार मैदान में हैं जबकि इस चुनावी समर में मुख्य मुकाबला भारतीय जनता पार्टी के अशोक कुमार रावत और बहुजन समाज पार्टी की डॉक्टर नीलू सत्यार्थी के बीच है। कांग्रेस ने इस सीट से मंझरी राही को मैदान में उतारा है तो वहीं, 6 उम्मीदवार बतौर निर्दलीय अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
राजनीतिक पृष्ठभूमि
मिश्रिख लोकसभा सीट 1962 में वजूद में आई थी तब से लेकर अब तक अनुसूचित जाति के लिए यह सीट आरक्षित रही है। बीजेपी के लिहाज से मिश्रिख संसदीय क्षेत्र ज्यादा मुफीद नहीं रही है। 2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी लहर के सहारे में बीजेपी की अंजू बाला यहां से चुनाव जीतने में सफल रही थीं। मिश्रिख लोकसभा सीट पर 2014 तक 14 बार लोकसभा चुनाव हो चुके हैं जिनमें से 7 बार कांग्रेस, 3 बार बसपा और 2 बार बीजेपी ने जीत हासिल की है।
पहले चुनाव में जनसंघ को मिली जीत
1962 में यहां पर पहली बार हुए चुनाव में जनसंघ के गोकरण प्रसाद ने जीत हासिल की थी। इसके बाद 1967 में दूसरे ही चुनाव में कांग्रेस के संकटा प्रसाद ने जीत का परचम लहराया। इसके बाद 1971 में भी वह जीतने में सफल रहे। आपातकाल के बाद 1977 में हुए चुनाव में भारतीय लोकदल से रामलाल राही ने जीत हासिल की, लेकिन बाद में कांग्रेस में वो शामिल हो गए और 1980 में भी जीतने में सफल रहे। इसके बाद कांग्रेस ने 1984 में संकटा प्रसाद को टिकट दिया और उन्होंने जीत हासिल की।
1989 और 1991 में कांग्रेस से रामलाल राही जीते लेकिन 1996 में परागी लाल बीजेपी प्रत्याशी के तौर पर उतरकर पहली बार कमल खिलाने में कामयाब रहे। इसके बाद से कांग्रेस आज तक इस सीट पर जीत दर्ज नहीं कर सकी। 1998 में बसपा के रामशंकर भार्गव और 1999 में सपा की सुशीला सरोज जीतकर लोकसभा पहुंचीं। 2004 और 2009 के लोकसभा चुनाव में अशोक रावत बसपा उम्मीदवार के तौर पर जीते, लेकिन 2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी लहर के सहारे बीजेपी की अंजू बाला जीतने में कामयाब रहीं।
सामाजिक ताना-बाना
2011 की जनगणना के मुताबिक मिश्रिख लोकसभा सीट पर कुल जनसंख्या 25,66,927 है। इसमें 90.33 फीसदी ग्रामीण और 9.67 शहरी आबादी है। अनुसूचित जाति की आबादी इस सीट पर 32.98 फीसदी हैं और अनुसूचित जनजाति की आबादी महज 0.01 फीसदी है।
विधानसभा सीट
मिश्रिख लोकसभा सीट के तहत पांच विधानसभा सीटें आती हैं। इनमें बालामऊ, संडीला, बिल्हौर, मिसरिख और मल्लावां विधानसभा सीटें शामिल हैं। इनमें मिसरिख सीट सीतापुर जिले से आती हैं तो बिल्हौर कानपुर और बाकी तीन सीटें हरदोई जिले में पड़ती हैं।
2014 का जनादेश
2014 के लोकसभा चुनाव में मिश्रिख संसदीय सीट पर 57.86 फीसदी मतदान हुआ था। इस सीट पर बीजेपी उम्मीदवार अंजू बाला ने बसपा उम्मीदवार अशोक रावत को 87 हजार 363 वोटों से मात दी थी।
बीजेपी की अंजू बाला को 4,12,575 वोट मिले
बसपा के अशोक कुमार रावत को 3,25,212 वोट मिले
सपा के जय प्रकाश को 1,94,759 वोट मिले
कांग्रेस के ओम प्रकाश को 33,075 वोट मिले