वाराणसी, एबीपी गंगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ वाराणसी से चुनाव लड़ रहे बीएसएफ से बर्खास्त तेज बहादुर यादव के लिए मुश्किलें उस समय बढ़ गईं जब चुनाव आयोग ने उनके नामांकन में गलत जानकारी को लेकर उन्हें नोटिस जारी कर दिया। इस बीच सूत्रों के आधार पर मिल रही जानकारी के अमुसार तेज बहादुर का नामांकन रद कर दिया गया है।
नौकरी से किया गया बर्खास्त
तेज बहादुर ने चुनाव आयोग के नोटिस का जवाब देते हुए बीजेपी पर आरोप लगाया था कि पीएम मोदी के खिलाफ उनकी उम्मीदवारी को खत्म करने की कोशिश की जा रही है। तेज बहादुर ने कहा कि उनके वकील ने चुनाव आयोग को लिखित जवाब दिया है। तेज बहादुर ने पहले निर्दलीय फिर समाजवादी पार्टी के चुनाव चिन्ह पर नामांकन किया था। नामांकन पत्र में बहादुर ने बताया था कि उन्हें भ्रष्टाचार के कारण नौकरी से बर्खास्त किया गया था, लेकिन दूसरे नामांकन में उन्होंने इसकी जानकारी नहीं दी थी।
नहीं दी जानकारी
जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि, 'नामांकन के दौरान तेज बहादुर ने एक शपथ-पत्र में बताया था कि उन्हें भ्रष्टाचार के कारण सेना से बर्खास्त किया गया था। लेकिन दूसरे नामांकन में उन्होंने इसकी जानकारी नहीं दी थी। मंगलवार को पर्चों की जांच के बाद तेज बहादुर को नोटिस जारी किया गया, और उन्हें एक मई तक जवाब देने का समय दिया गया था। तेज बहादुर ने जवानों को परोसे जाने वाले भोजन की गुणवत्ता पर वीडियो जारी किया था जो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था।