गोरखपुर, एबीपी गंगा: गोरखपुर में सियासी समीकरण बदल गए हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव को देखते हुए बीजेपी ने यहां बड़ी चाल दी है। गठबंधन से अलग हुए सांसद प्रवीण निषाद के बीजेपी में शामिल होने के बाद सियासी माहौल भी बदल गया है।
निषाद वोट बैंक को सहेजने के लिए बीजेपी जहां अभी प्रत्याशी की तलाश में है, वहीं समाजवादी पार्टी ने ऐसे असंतुष्ट निषादों पर डोरे डालने शुरू कर दिए हैं जो प्रवीण की बीजेपी में एंट्री से असंतुष्ट हैं।
गोरखपुर से बीजेपी ने अभी किसी चेहरे को मैदान में नहीं उतारा है। जिताऊ उम्मीदवार की तलाश जारी है और इसके लिए जोड़-तोड़ की सियासत से भी परहेज नहीं है। पूर्वांचल की कई सीटों पर अपना प्रभाव रखने वाले निषाद वोट बैंक को साधने के लिए सपा ने एक बार फिर जहां निषाद बिरादरी के ही रामभुआल पर दांव खेला है वहीं, बीजेपी भी निषादों को नजरअंदाज करने के मूड में नहीं है।
उपचुनाव में जीत दर्ज करने के बाद गठबंधन ने भी माहौल को भांप लिया है। सपा पदाधिकारियों के साथ-साथ प्रत्याशी रामभुआल ने भी ग्रामीण स्तर पर संपर्क अभियान तेज कर दिया है।