झांसी, एबीपी गंगा। उत्तर प्रदेश की झांसी लोकसभा सीट प्रदेश की चंद हाई प्रोफाइल संसदीय सीटों में से एक है। इस बार इस सीट से 11 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री और फायर ब्रांड नेता उमा भारती का ट‍िकट काट अनुराग शर्मा को चुनावी मैदान में उतारा है ज‍िन्हें गठबंधन की तरफ से सपा के श्याम सुंदर स‍िंह से चुनौती म‍िल रही है। कांग्रेस ने इस सीट से श‍िवशरण को ट‍िकट द‍िया है। इसके अलावा क‍िसान रक्षा पार्टी, प्रगत‍िशील समाजवादी पार्टी (लोह‍िया), स्वतंत्र जनता राज पार्टी, बुंदेलखंड क्रांत‍ि दल के साथ चार न‍िर्दलीय चुनावी मैदान में हैं।

कभी कांग्रेस का चलता था सिक्का

1857 के स्वतंत्रता संग्राम में झांसी का अहम रोल रहा था। बुंदलेखंड के इस इलाके को वीरता- त्याग और आत्म सम्मान के लिए भी जाना जाता है। राजनीतिक रूप से यह कांग्रेस का मजबूत इलाका रहा है, लेकिन वक्त के साथ बीजेपी ने इस क्षेत्र में अपनी जगह बनाई है। झांसी लोकसभा सीट पर आजादी के बाद से अब तक 16 बार लोकसभा चुनाव हो चुके हैं। इनमें से 9 बार कांग्रेस को जीत मिली हैं, जबकि 5 बार बीजेपी, एक बार सपा और एक बार लोकदल को जीत मिली है।

बदलते रहे सियासी समीकरण

आजादी के बाद पहली बार 1952 में लोकसभा चुनाव हुए और कांग्रेस के रघुनाथ विनायक धुलेकर ने जीत हासिल की। इसके बाद कांग्रेस यहां से लगतार पांच चुनाव जीतने में कामयाब रही। कांग्रेस को पहली बार 1977 में इस सीट पर हार मिली और भारतीय लोकदल से सुशीला नायर चुनाव जीतकर संसद पहुंचे। हालांकि 3 साल बाद कांग्रेस ने एक बार फिर वापसी करते हुए 1980 और 1984 के लोकसभा चुनावों में जीत दर्ज की थी।

1989 में पहली बार खिला कमल

बीजेपी पहली बार झांसी संसदीय सीट पर 1989 में कमल खिलाने में कामयाब रही थी। इसके बाद 1998 तक बीजेपी लगातार चार बार चुनाव जीतने में कामयाब रही। इसके बाद 1999 में कांग्रेस ने फिर वापसी, लेकिन 2004 में पहली बार सपा इस सीट को जीतने में कामयाब रही है। हालांकि पांच साल बाद 2009 में प्रदीप जैन आदित्य को उतारकर कांग्रेस फिर से कब्जा जमाने में कामयाब रही थी। 2014 के लोकसभा मोदी लहर पर सवार बीजेपी ने फिर वापसी की और यहां से उमा भारती जीतने में कामयाब रहीं थीं।

सामाजिक ताना-बाना

2011 की जनगणना के मुताबिक झांसी लोकसभा सीट पर कुल जनसंख्या 27,57,007 है। इसमें 66.4 फीसदी ग्रामीण और 33.6 फीसदी शहरी आबादी है। अनुसूचित जाति की आबादी इस सीट पर 24 फीसदी और अनुसूचित जनजाति की आबादी 2.27 फीसदी है। इसके अलावा यादव और ब्राह्मण मतदाता काफी निर्णायक भूमिका में हैं। यहां मुस्लिम 9 फीसदी, सिख 2 फीसदी और जैन धर्म के 3 फीसदी मतदाता हैं।

विधानसभा सीट

झांसी लोकसभा सीट के तहत पांच विधानसभा सीटें आती हैं। इनमें बबीना, ललितपुर, झांसी नगर, महरौनी और मऊरानीपुर, जिनमें से महरौनी और मऊरानीपुर अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। 2017 के विधानसभा चुनाव में पांच में से चार सीटों पर बीजेपी और झांसी नगर सीट पर बीएसपी को जीत मिली थी।

2014 का जनादेश

2014 के लोकसभा चुनाव में झांसी संसदीय सीट पर 68.36 फीसदी मतदान हुआ था। इस सीट पर बीजेपी के उमा भारती ने सपा के डाक्टर चंद्रपाल यादव को एक लाख 90 हजार 467 वोटों से मात देकर जीत हासिल की थी।

पार्टी भाजपा सपा बसपा कांग्रेस
उम्मीदवार उमा भारती चंद्रपाल यादव अनुराधा शर्मा प्रदीप जैन
वोट मिले 5,75,889 3,85,422 2,13,792 84,089