उत्तराखंड: धोखाधड़ी करने वाले बिल्डर दीपक मित्तल के खिलाफ लुक आउट नोटिस, मंत्री-अफसरों से संबंध के चलते बचता रहा जालसाज
उत्तराखंड में पुलिस ने आखिरकार बिल्डर दीपक मित्तल पर शिकंजा कसना शुरु कर दिया है. धोखाधड़ी के दर्जनों मामलों में पुलिस उसकी तलाश कर रही है. राज्य के बड़े अफसरों का उसे संरक्षण मिला हुआ है. इसके चलते वह हमेशा बचता रहा है.
देहरादून. देहरादून पुलिस ने आज जिस बिल्डर के खिलाफ लुकआउट कॉर्नर नोटिस जारी किया है, वो एक साल से विदेश में है. पुष्पांजलि बिल्डर्स का एमडी दीपक मित्तल इस समय परिवार के साथ दुबई में रह रहा है. देहरादून के राजपुर और डालनवाला पुलिस स्टेशन में साठ से सत्तर शिकायतें मिलने के बाद अब उसके खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है.
पुलिस को मित्तल ने फोन पर यह भी बताया कि वह इस समय देश वापसी पर सभी का पैसा चुकाएगा. लेकिन 2019 में अपनी व पत्नी की सारी चल अचल संपत्ति की पॉवर ऑफ अटॉर्नी अपने पिता के नाम करने से साफ है कि उसकी यह योजना पहले से ही थी. शिकायत कुछ ऐसी ही है जैसी नोएडा के कई बिल्डर के मामले सर्वोच्च न्यायलय में चल रहे हैं. पैसे ले लिए और फ्लैट नहीं दिए. इससे पहले ही विदेश कूच कर गया. अब पुलिस उसका इंतज़ार कर रही है, कब वो लौटे और एयरपोर्ट से ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाय.
बड़े नौकशाह का हाथ है दीपक मित्तल पर
खास बात यह है कि जिस बिल्डर दीपक मित्तल के ख़िलाफ़ पुलिस अब लुकआउट कॉर्नर नोटिस जारी किया है, उसके ऊंचे रसूख रहे हैं. विदेश जाने से पहले तक वह सालों तक एक वरिष्ठ ब्यूरोक्रेट के घर में किराये पर रहा. वह ब्यूरोक्रेट राज्य का मुख्य सचिव भी रहा है और शायद इसी वजह से पुलिस उसे छू भी नहीं सकी. सूत्रों की मानें तो उत्तराखंड में ही कई आईएएस, आईपीएस और आईआरएस ने अपना नंबर दो का पैसा मित्तल के साथ साइलेंटली निवेश किया हुआ है.
यूपी के एक कद्दावर नेता जो कैबिनेट मंत्री रहे हैं और पहले कांग्रेस में थे अब भाजपा में है, का पैसा भी मित्तल ने टिहरी जिले में एक बड़े होटल में लगाया था.
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