जोशीमठ. भगवान घंटाकर्ण देवरा यात्रा शुरू हो गई है. पांडुकेश्वर गांव के ग्रामीण भारी बर्फबारी के बावजूद भगवान घंटाकर्ण की देवरा यात्रा में वसुधारा जा रहे है. भारी बार्फबारी भी भगवान के भक्तों का रास्ता नहीं रोक पा रही है. भगवान की भक्ति में लीन भक्त नंगे पांव ही चल रहे हैं. ये भगवान की आस्था का ही चमत्कार है कि भारी दिक्कतों के बाद भी इन भक्तों के चेहरे पर शिकन तक नहीं है. 


50 से ज्यादा श्रद्धालु मौजूद
भगवान घंटाकर्ण की इस यात्रा में 50 से ज्यादा श्रद्धालु मौजूद हैं. भगवान बदरी विशाल और घंटाकर्ण के जयकारे लगाकर पांच दिनों से आगे बढ़ते जा रहे है. सभी दुश्वारियां भूल भगवान के भक्ति में लीन हैं. भगवान घंटाकर्ण अपने आराध्य भगवान बद्रीनाथ और अपने भाई घंटाकर्ण से मिलने जाते हैं. यात्रा के दौरान भगवान घंटाकर्ण बद्रीनाथ धाम में स्थित सभी तीर्थों में जाते हैं. 


इस दौरान सब जगह विशेष धार्मिक आयोजन होता है. माणा में भगवान घंटाकर्ण अपने भाई घंटाकर्ण के साथ अवतारी पुरुष पर अवतार लेते हैं. इसके बाद भगवान बद्रीनाथ से मिलने के बाद बामनी गांव में कुबेर भगवान को बुलाकर गाडू विशेष पूजा अर्चना होती है. पांडुकेश्वर के लोग यात्रा काल मे अपने गांव बामणी गांव में रहते हैं और 6 माह भगवान बद्रीनाथ की भक्ति में लीन रहकर विभिन्न धार्मिक कार्यकर्मों का आयोजन करते हैं.


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