मुजफ्फरनगर: लव जिहाद और धर्मांतरण के दो मामलों का पर्दाफाश, हिंदू युवतियां बरामद, आरोपी फरार
मुजफ्फरनगर के खतौली में दो युवतियों के धर्मांतरण का मामला सामने आया है. दोनों युवतियां आरोपियों के घर में मिली है. पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.
मुजफ्फरनगर. यूपी के मुजफ्फरनगर जिले में लव जिहाद और धर्मांतरण का सनसनीखेज मामला सामने आया है. यहां दो आरोपियों ने दो युवतियों को अपने प्रेम जाल में फंसाकर उनका धर्मांतरण करा दिया था. फिर उनके साथ मुस्लिम रीति रिवाज से शादी भी की थी. पुलिस ने दोनों युवतियों को बरामद कर लिया है.
लव जिहाद का ये मामला खतौली इलाके का है. मामले का पता चलने पर हिंदूवादी संगठन के लोगों और महिलाओं ने हंगामा शुरू कर दिया. उन्हें सूचना मिली थी कि हमीरपुर जिले से बहला-फुसलाकर लाई गई दो युवतियां खतौली में मुस्लिम परिवारों में कैद है. जिसके बाद पुलिस ने छापेमारी करते हुए दो महिलाओं को बरामद किया है. हालांकि उन्हें प्रेम जाल में फंसा कर उनका धर्मांतरण करने वाले आरोपी मौके से फरार हो गए. पुलिस ने एक आरोपी के भाई और उसकी मां को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है. पुलिस के अनुसार दोनों ही मामले हमीरपुर में दर्ज हैं.
धर्मांतरण कर घर में रखा था
खबर के मुताबिक, रहमान पठान नाम का शख्स डेढ़ साल पहले हिंदू युवती को बहला-फुसलाकर लाया था. तब से इसका धर्मांतरण कर उसे अपने घर में रख रहा था. वहीं, करीब एक महीने पहले वसीम उर्फ मोनू नाम के युवक ने एक युवती को बहला-फुसलाकर अपने प्रेम जाल फंसाया और कीमती ज्वैलरी और रुपये लेकर खतौली लेकर आ गया. वसीम युवती का धर्मांतरण कराने के बाद उसके साथ रह रहा था.
सर्टिफिकेट से खुला राज
धर्मांतरण और निकाह के जो सर्टिफिकेट बरामद हुए हैं उन पर मुजफ्फरनगर के प्रसिद्ध तत्कालीन शहर काजी स्वर्गीय जहीर आलम की मुहर और हस्ताक्षर पाए गए हैं. दो अलग-अलग प्रमाण पत्रों में एक में मैरिज सर्टिफिकेट तो दूसरा धर्मांतरण का सर्टिफिकेट शामिल है. बतौर वर्तमान शहर काजी तनवीर आलम यह दोनों ही प्रमाण पत्र फर्जी हैं. लव जिहाद और धर्मांतरण के मामले का भेद तब खुला जब खतौली के एक सभासद से आरोपी वसीम लव जिहाद कर लाई गई युवती के फर्जी कागजात बनवाना चाह रहा था. सभासद द्वारा आरोपी से उसका आधार कार्ड मांगा गया तो उसने कई दिन तक भी आधार कार्ड उपलब्ध नहीं कराया. सभासद को किसी तरह लाई गई युवती के हिंदू होने की भनक लग गई. इसके बाद सभासद मोनू मंगवानी ने मामले की जानकारी पुलिस को दे दी.
हिंदूवादी संगठन और महिला संगठनों को पता लगते ही वे खतौली थाने पहुंच गए और हंगामा करने लगे. पुलिस ने आनन-फानन में आरोपी वसीम उर्फ मोनू के भाई रिजवान उर्फ सोनू और उसकी मां को हिरासत में ले लिया. मुजफ्फरनगर पुलिस ने बताया कि दोनों युवतियों को बरामद कर लिया है. आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करते हुए उनकी तलाश शुरू कर दी है.
ये भी पढ़ें: