(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Love Jihad के बाद अब 'लैंड जिहाद' के पीड़ितों की मदद कर रही VHP, लीगल एक्सपर्ट टीम ने की सैकड़ों की मदद
Land Jihad: 'लैंड जिहाद' से जुड़ा एक मामला प्रयागराज की मेजा तहसील के दीपांशु शुक्ला के साथ हुआ है. इसके बाद दीपांशु ने परेशान होकर अब वीएचपी के लीगल सेल की मदद ली है.
Prayagraj News: लव जिहाद (Love Jihad) और धर्मांतरण से जुड़े मामलों को लेकर मोदी और योगी सरकार सख्त कदम उठा रही है, लेकिन जागरूकता के अभाव और डर व झिझक की वजह से तमाम मामले अब भी थानों और अदालतों तक नहीं आ पाते. ऐसे पीड़ितों व जरूरतमंदों की मदद के लिए विश्व हिंदू परिषद (VHP) का लीगल सेल इन दिनों विशेष अभियान चला रहा है. इस अभियान के तहत वीएचपी से जुड़े वकीलों की टीम जरूरतमंदों को हर तरह से कानूनी मदद मुहैया करा रही हैं. थाने पर एफआईआर दर्ज कराने से लेकर अदालत में मुकदमों की पैरवी के काम को बिना किसी फीस के निशुल्क किया जा रहा है. वीएचपी के लीगल सेल के पास मदद मांगने के लिए इन दिनों फरियादियों का तांता लगा हुआ है. अकेले काशी प्रांत के लीगल सेल ने पिछले तकरीबन एक साल में 260 पीड़ितों की कानूनी तौर पर मदद की है. यह मदद थाने से लेकर तहसील और जिला अदालतों से लेकर हाईकोर्ट व सुप्रीम कोर्ट तक मुहैया कराई जा रही है.
लीगल सेल की अलग टीम बनाकर संवेदनशील मामलों पर जरूरतमंदों को कानूनी मदद मुहैया कराए जाने का फैसला पिछले साल विश्व हिंदू परिषद के अधिवेशन में लिया गया था. इसके तहत हर जिले में लीगल सेल की टीम गठित की जा रही है. इसमें परिषद से जुड़े हुए वकीलों को रखा जा रहा है. लीगल सेल वैसे तो हर मामले पर पीड़ितों को कानूनी मदद मुहैया करा रहा है, लेकिन उसका मेन फोकस लव जिहाद, धर्मांतरण, हेट स्पीच और जमीन कब्जा किए जाने से जुड़े मामलों को लेकर है.
संप्रदाय विशेष के लोग जमीनों पर कब्जा कर रहे हैं
परिषद का मानना है कि जिस तरह से हिंदू लड़कियों को बहला-फुसलाकर लव जिहाद कर उनका धर्म परिवर्तन कराया जाता है और बाद में डरा धमका कर उन्हें मुंह रखने और उत्पीड़न सहने पर मजबूर किया जाता है, उसी तरह से इन दिनों एक सोची समझी साजिश के तहत एक संप्रदाय विशेष के लोग जमीनों पर कब्जा कर रहे हैं. वह सार्वजनिक व दूसरे धर्म के लोगों की जमीन को कब्जा करते हैं और बाद में उस पर नमाज पढ़ने बाद दूसरे धार्मिक काम करते हैं. धर्म के नाम पर जमीन कब्जा करने के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं और इन्हें एक साजिश के तहत अंजाम दिया जा रहा है. परिषद ने इसे 'लैंड जिहाद' का नाम दिया है.
'लैंड जिहाद' से जुड़ा ऐसा ही एक मामला प्रयागराज की मेजा तहसील के दीपांशु शुक्ला के साथ हुआ है. इनका परिवार पिछले कई सालों से शहर में ही रह रहा है. इस दौरान गांव की पुश्तैनी जमीन पर पहले कुछ लोगों ने नमाज पढ़ी. नमाज पढ़ने के बाद इस पर दूसरे धार्मिक क्रियाकलाप किए जाने लगे और बाद में पूरी जमीन पर ही कब्जा कर लिया गया. धर्म से जुड़ा मामला होने की वजह से पुलिस और प्रशासन भी सीधे तौर पर कोई सख्त कदम नहीं उठा सका. दीपांशु ने परेशान होकर अब वीएचपी के लीगल सेल की मदद ली है. उन्हें लगता है कि अब जिस तरह से पैरवी हो रही है, उससे उनकी जमीन उन्हें वापस मिल जाएगी. दीपांशु का भी यही कहना है कि जमीन कब्जा करने के लिए जिस तरीके से धर्म का सहारा लिया गया, उससे वह काफी परेशान हो गए थे.
परिषद का मानना है कि धर्म के नाम पर किए जा रहे अधर्म के कामों में ज्यादातर ऐसे लोगों को शिकार बनाया जाता है जो या तो बेहद गरीब होते हैं. कम पढ़े लिखे होते हैं या फिर अपने उत्पीड़न व अधिकार को लेकर लड़ाई नहीं लड़ पाते. ऐसे लोगों को कानूनी मदद मुहैया कराया जाना बेहद जरूरी होता है. वीएचपी की टीम के मदद करने के बाद सरकारी अमला भी एक्टिव नजर आता है और पीड़ितों को इंसाफ मिलने लगता है.
परिषद की टीम पीड़ितों से कोई भी पैसा नहीं लेती
विश्व हिंदू परिषद के काशी प्रांत के संयोजक अरविंद कुमार मिश्र और सह संयोजक ओपी सिंह के मुताबिक पिछले एक साल में अकेले उनके प्रांत में 260 से ज्यादा पीड़ितों को कानूनी मदद मुहैया कराई गई है. इनमें से ज्यादातर मामले 'लव जिहाद' व 'लैंड जिहाद' से ही जुड़े हुए हैं. दिन-ब-दिन मदद चाहने वालों की संख्या लगातार तेजी से बढ़ती जा रही है. परिषद की टीम पीड़ितों से कोई भी पैसा नहीं लेती और उन्हें निशुल्क कानूनी मदद मुहैया कराती है.
हेल्पलाइन नंबर भी शुरू करने की तैयारी
संयोजक अरविंद मिश्र के मुताबिक लीगल सेल को और एक्टिव करने व काम समझाने के लिए अप्रैल महीने के आखिरी हफ्ते में अयोध्या में राष्ट्रीय स्तर का अधिवेशन किया जा रहा है. दो दिनों के इस अधिवेशन में लीगल टीम को ट्रेनिंग कराई जाएगी और साथ ही उन्हें और सक्रिय होकर जरूरतमंदों की मदद मुहैया कराए जाने के लिए प्रेरित भी किया जाएगा. इतना ही नहीं वीएचपी अब हर जिले में हेल्पलाइन नंबर भी शुरू करने की तैयारी में है. हालांकि कई जगहों पर पहले से ही हेल्पलाइन नंबर काम कर रहे हैं लेकिन अब इनका प्रचार प्रसार कर लोगों तक पहुंचाया जाएगा.
वीएचपी की लीगल टीम ने रामचरितमानस पर विवादित बयान देने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ बड़ी संख्या में केस दर्ज कराएं हैं. तमाम जगहों पर पुलिस थानों से लेकर अदालतों तक में शिकायत की गई है. परिषद का मानना है कि अगर स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ कानूनी कार्रवाई हो जाती है तो आगे से कोई दूसरा नेता वोट बैंक की लालच में सनातन परंपराओं, देवी देवताओं व धर्म ग्रंथों का मजाक उड़ाने की हिम्मत नहीं जुटा सकेगा.