प्रयागराज, मोहम्मद मोईन। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती 2018 के दो विषयों का रिजल्ट डेढ़ साल से अधिक का वक्त बीतने के बावजूद अभी तक घोषित नहीं किया है। हिन्दी और सामाजिक विज्ञान विषय के लिए तकरीबन 33सौ पदों पर होने वाली इस भर्ती के लिए सवा लाख के करीब अभ्यर्थी शामिल हुए थे।


डेढ़ साल से रिजल्ट जारी नहीं होने से इन सवा लाख अभ्यर्थियों का इंतजार लगातार बढ़ता जा रहा है। बचे हुए दो विषयों का रिजल्ट जल्द घोषित किये जाने की मांग को लेकर सैकड़ों अभ्यर्थियों ने मंगलवार को प्रयागराज में लोक सेवा आयोग के दफ्तर के बाहर प्रदर्शन किया। सैकड़ों की संख्या में अभ्यर्थी दोपहर के वक्त जुलूस की शक्ल में आयोग के दफ्तर पर पहुंचे और सड़क जाम कर देर तक प्रदर्शन व नारेबाजी की। अभ्यर्थियों की भीड़ और उनके तेवर देखकर पुलिस ने लोक सेवा आयोग जाने वाली सड़क पर ट्रैफिक बंद कर दिया था।



प्रदर्शनकारी छात्रों ने यूपी लोक सेवा आयोग पर अभ्यर्थियों के साथ अन्याय और सौतेले व्यवहार का गंभीर आरोप लगाया। प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों ने आयोग से मांग की है कि जल्द रुके दोनों विषयों का रिजल्ट घोषित किया जाये, ताकि एलटी ग्रेड भर्ती निश्चित समय सीमा में पूरी हो सके। नाराज अभ्यर्थियों ने रिजल्ट जल्द घोषित न किए जाने पर आमरण अनशन की भी चेतावनी दी है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि आयोग अध्यक्ष ने वायदे के बावजूद बिना किसी वजह के रिजल्ट जारी नहीं किया है, जिससे सवा लाख अभ्यर्थियों का भविष्य दांव पर लगा हुआ है।


गौरतलब है कि, यूपी लोक सेवा आयोग ने एलटी ग्रेड भर्ती 2018 की 15 विषयों की लिखित परीक्षा 29 जुलाई 2018 को आयोजित करायी थी। एलटी ग्रेड भर्ती परीक्षा आयोग ने पहली बार कराई थी। पिछले साल मई महीने में इस भर्ती परीक्षा के पेपर लीक होने के आरोप लगने पर जमकर हंगामा मचा था।



पेपर लीक मामले में ही आयोग की परीक्षा नियंत्रक रहीं अंजुलता कटियार को आठ महीने से ज्यादा वक्त तक जेल में रहना पड़ा था। हाईकोर्ट के आदेश पर आयोग 15 में से 13 विषयों के रिजल्ट जारी कर चुका है, जबकि हिन्दी व सामाजिक विज्ञान विषयों के रिजल्ट डेढ़ साल बीतने के बाद भी जारी नहीं हो सके हैं। यह भर्ती शुरू से ही विवादों के घेरे में रही है।