Lucknow: 'सॉरी टीचर, मुझे माफ कर दीजिए', नौवीं क्लास के छात्र ने ट्रेन के सामने लगाई छलांग, हालत गंभीर
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक छात्र अपनी टीचर द्वारा पढ़ाई का दबाव डाले जाने से इतना परेशान था कि उसने पिता के फोन पर उनका नंबर ब्लॉक कर दिया था. टीचर ने पिता से शिकायत की थी.
UP News: लखनऊ (Lucknow) के सिटी मॉन्टेंसरी स्कूल (City Montessori School) की टीचर के डर से नौवीं क्लास के स्टूडेंट ने ट्रेन के सामने छलांग लगा दी. ट्रेन की टक्कर से छात्र उछल कर काफी दूर जा गिरा. उसे गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है. खुदकुशी की कोशिश करने से पहले छात्र ने टीचर के नाम एक माफीनामा भी लिखा था. पुलिस को उसका माफीनामा मिल गया है जिसमें उसने लिखा, 'सॉरी मैम, मैं नाइंथ क्लास का स्टूडेंट हूं. माफी मांगता हूं जो कुछ भी गलती मैंने की. मैंने जो किया वो बेहद गलत था. मैं वादा करता हूं कभी इसे नहीं दोहराऊंगा.' टीचर और छात्र के बीच क्या गड़बड़ चल रहा था, पुलिस इसकी छानबीन कर रही है.
स्कूल मैनेजमेंट का कॉल आने से परिवार के उड़े होश
गोमतीनगर विस्तार के ग्वारी गांव निवासी फौजी उमेश तिवारी का बेटा सीएमएस गोमतीनगर कैंपस 2 में पढ़ता है. बुधवार दोपहर 2.30 बजे छुट्टी होने पर जब उमेश बेटे को लेने स्कूल पहुंचे तो बेटा नहीं मिला. काफी तलाश करने पर भी उसका पता नहीं चला. इस बीच स्कूल मैनेजमेंट ने उमेश को फोन करके बताया कि उनका बेटा घायल है और अस्पताल में भर्ती है. उमेश और उनके परिवार के सदस्यों के होश उड़ गए. सभी अस्पताल पहुंचे तो पता लगा कि वह अपनी क्लास की टीचर से काफी परेशान था. बुधवार को टीचर होम विजिट पर आने वाली थीं. टीचर ने बच्चे से कहा था कि उसकी रिपोर्ट बहुत खराब है और इसकी जानकारी हो परिवार के लोगों को देंगी.
टीचर का नंबर कर दिया था ब्लॉक
इंटरवल में बच्चे ने अपने साथियों से इस बात का जिक्र भी किया था. टीचर से घबराकर ही बच्चे ने खुदकुशी की कोशिश की. फिलहाल छात्र के परिवार वालों ने इस मामले में कोई केस दर्ज नहीं कराया है. पुलिस अपने स्तर पर छानबीन कर रही है. छात्र के परिजनों ने बताया कि वह खेलकूद में अव्वल है लेकिन पढ़ाई में औसत है. उसने पिछले महीने ही स्कूल की तरफ से लखनऊ में हुए एक कंपटीशन में गोल्ड मेडल जीता था. वह पढ़ाई में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रहा था. उसकी टीचर इसी बात को लेकर उसे टोकती थी. टीचर अक्सर उसके पिता से खराब परफॉर्मेंस की शिकायत भी करती थीं. वह इस कदर दबाव में था कि उसने अपने पिता के मोबाइल में टीचर का नंबर ब्लॉक कर दिया था.
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