UP News: राजधानी लखनऊ के चौक के लोहिया पार्क के पास हुए तेजाब कांड की पीड़िता अब 10 दिन बाद अपने घर वापस चली गई है. 3 जुलाई को पीड़िता के ऊपर अभिषेक वर्मा नाम के शख्स ने एसिड फेंक दिया था, जिस दौरान पीड़िता के साथ ये हादसा हुआ उस दौरान उसका मौसेरा भाई भी उसके साथ था और इस घटना में भाई पर भी एसिड पड़ गया था. जिसमें वो गंभीर रूप से घायल हो गया था. इस घटना के मुख्य आरोपी अभिषेक वर्मा को पुलिस ने उसी रात मुठभेड़ के बाद घायल अवस्था में गिरफ्तार कर लिया था. अभिषेक ने पूछताछ में कई अहम खुलासे किए हैं. जिसमें पीड़िता के मौसेरे भाई की भी संलिप्तता निकल के सामने आई है.


अपने मौसेरे भाई की सच्चाई जानने के बाद पीड़िता अस्पताल में ही उससे नफरत करने लगी थी और उसने अपने मौसेरे भाई को अपने कमरे से दूसरे कमरे में भिजवा दिया था. 10 दिन बाद पीड़िता को अस्पताल से छुट्टी मिली है, छुट्टी होने के बाद उसने कहा कि उसे ऐसा भाई नहीं चाहिए. आपको बता दें कि एहतियात के तौर पर पीड़िता को डॉक्टर के पास समय-समय पर आते जाते रहना होगा.


पुलिस की पड़ताल में पीड़िता का सौतेला भाई शक के घेरे में आ गया था. अभी हालत ठीक ना होने के कारण पुलिस आरोपी भाई से ज्यादा पूछताछ नहीं कर पा रही है. पीड़िता के सौतेले भाई का हाथ और कंधे का ऑपरेशन हुआ है. डॉक्टरों का कहना है कि अभी चरणबद्ध तरीके से कई और ऑपरेशन करने पड़ेंगे. भाई की हालत में सुधार होने पर पुलिस उसका बयान लेगी.


अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद पीड़िता ने कहा कि ईश्वर उसके भाई को कभी माफ नहीं करेंगे. उसने भाई के नाम पर मुझे और परिवार को छला है. पीड़िता ने कहा कि वह अपनी लड़ाई मजबूती से लड़ेगी और तेजाब डालने वाले के साथ साजिशकर्ता को किसी भी हाल में नहीं छोड़ेगी.


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