Lucknow News: पीएसी पूर्वी जोन के एडीजी भजनी राम मीणा की एक चिट्ठी महकमे में चर्चा का विषय बनी हुई है. भजनी राम मीणा ने पीएसी के कानपुर और वाराणसी जोन के अधिकारियों को चिट्ठी लिखकर अपने-अपने दफ्तरों में उनकी एक रंगीन फोटो लगाने के आदेश दिए हैं. एडीजी ने चिट्ठी में फोटो का साइज तो बताया ही है और यह भी लिखा है कि फोटो किस स्टूडियो से खरीदनी है. अब उनकी यह चिट्ठी महकमे के लिए सिरदर्द बन गई है. सभी लोग उनके बताए हुए फोटो स्टूडियो के चक्कर लगा रहे हैं.


भजनी राम मीणा ने फोटो को लेकर दी जानकारी


भजनी राम मीणा की यह चिट्ठी 2 फरवरी की है. पुलिस सूत्रों का कहना है कि पीएसी के किसी अधिकारी ने ही उनकी यह चिट्ठी वायरल की है. मीणा ने अपनी चिट्ठी में लिखा है कि मेरी अपर पुलिस महानिदेशक पद पर हुई पदोन्नति की निर्धारित वर्दी का रंगीन फोटोग्राफ नैनी फोटो सर्विस में उपलब्ध है. जिसे आपके कार्यालय में लगवाया जाना आवश्यक है. यह फोटो 8×10 साइज का है तथा 14×18 के माउंट पर चस्पा है. नैनी फोटो सर्विस का संपर्क पता और दूरभाष भी चिट्ठी में लिखा है. आपको बता दें कि नैनी फोटो सर्विस लखनऊ के हजरतगंज स्थित हलवासिया मार्केट में है.





नैनी फोटो सर्विस में उपलब्ध है फोटो


एबीपी गंगा की टीम जब नैनी फोटो सर्विस के पते पर पहुंची तो वहां दो कर्मचारी मिले. उसी दौरान प्रयागराज से एडीजी का आदेश लेकर एक सिपाही भी आ गया. कर्मचारियों ने बताया कि स्टूडियो में पुलिस महकमे के लिए फोटोग्राफी का ही काम होता है. एडीजी की यह चिट्ठी उनके जोन के सभी सेनानायक और कानपुर वाराणसी अनुभाग के डीआईजी को भेजी गई है.


चिठ्ठी सोशल मीडिया पर वायरल 


सोशल मीडिया पर वायरल इस चिट्ठी को लेकर तमाम तरह की प्रतिक्रियाएं भी आ रही हैं. महकमे में भी यह पत्र चर्चा का विषय बना हुआ है. हालांकि एडीजी भजनी राम मीणा को इसके पीछे कुछ गलत नहीं लगता. उनका कहना है कि यह पुरानी परंपरा है कि दफ्तर में वरिष्ठ अधिकारियों की फोटो लगाई जाए ताकि मातहतों को उसके बारे में जानकारी हो. उन्होंने कहा कि फोटो लगाने के लिए किसी को व्यक्तिगत रकम खर्चा नहीं करनी होगी. इसके लिए सरकारी धन ही इस्तेमाल किया जाएगा.




भजनी राम मीणा 1997 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं


भजनी राम मीणा 1997 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. इससे पहले भी वह एक युवती को परेशान करने को लेकर चर्चा में रहे थे. पीएसी पूर्वी जोन प्रयागराज के आईजी के पद पर तैनात रहते हुए उन पर एक रिटायर्ड अधिकारी की बेटी को आधी रात को फोन करके परेशान करने का आरोप लगा था. इस मामले से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया था. शिकायत पर मामले की जांच का आदेश भी दिया गया. लेकिन बाद में युवती के परिवारजनों की तरफ से शिकायत वापस ले ली गई थी.


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