Lucknow: अनुराग भदौरिया के मकान पर कुर्की का नोटिस चस्पा, पूर्व MP सुशीला सरोज का दावा - 'यह मेरा घर'
टीवी डिबेट के दौरान अनुराग भदौरिया ने सीएम योगी आदित्यनाथ और ब्रह्मलीन गुरु पर विवादित टिप्पणी की थी और फिर बाद में वीडियो जारी कर माफी भी मांग ली थी.
UP News: सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) और उनके ब्रह्मलीन गुरु पर विवादित टिप्पणी करने के आरोपी सपा प्रवक्ता अनुराग भदौरिया (Anurag Bhadauria) पर पुलिस का शिकंजा कसता जा रहा है. अब पुलिस ने अनुराग भदौरिया के घर और फार्म हाउस पर कुर्की का नोटिस चस्पा किया है. इसमें कहा है कि अगर एक महीने में अनुराग भदौरिया नहीं आता है तो ये प्रॉपर्टी कुर्क की जाएगी. वहीं इस मामले में अनुराग भदौरिया की सास और सपा की पूर्व सांसद सुशीला सरोज (Sushila Saroj) ने सरकार पर राजनीतिक विद्वेष की भावना से कार्रवाई का आरोप लगाया है. टीवी डिबेट के दौरान अनुराग भदौरिया के बयान को लेकर बीजेपी प्रवक्ता हीरो बाजपेयी ने हज़रतगंज थाने में केस दर्ज कराया था. तब से पुलिस अनुराग भदौरिया को ढूंढ रही है. इस बीच अनुराग ने वीडियो जारी कर माफी भी मांग ली थी.
अनुराग की सास सुशील सरोज ने कहा कि इंदिरानगर के जिस मकान पर कुर्की का नोटिस लगाया गया, वह अनुराग का नहीं बल्कि मेरा मकान है. उन्होंने कहा, 'मैंने और मेरे पति ने बहुत मेहनत से इस मकान को बनवाया है. अनुराग भदौरिया ने यहां का पता जरूर दिया होगा लेकिन वह कभी-कभी आते हैं. अक्सर पार्टी के काम से बाहर रहते हैं.' सुशीला सरोज ने आरोप लगाया कि उन्हें परेशान किया जा रहा है. यहां बाजा बजा कर, ढोल पीटकर कुर्की की नोटिस चिपकाई गई. इतनी बेइज्जती की गई उनकी. जबकि अनुराग का इस मकान से कोई लेना-देना नहीं, हमारे पास आवास के सारे कागज हैं. इसी तरह चिनहट के फॉर्म में भी कुर्की का नोटिस चिपकाया है, जो हमारा है, अनुराग भदौरिया से कोई लेना-देना नहीं.
सुशील सरोज ने कहा, 'सपा की पूर्व सांसद हूं, फाउंडर मेंबर हूं. अनुराग भदौरिया सपा का प्रवक्ता है. पुलिस की इस करवाई के पीछे मकसद पार्टी को और हमें व्यक्तिगत रूप से नुकसान पहुंचाना है. मैंने अनुराग की बाइट नहीं देखी. लेकिन सबने देखा होगा जीभ कितनी तरह से फिसलती है. क्या पीएम मोदी की जीभ नहीं फिसलती? बेटी-बचाओ बेटी-पढ़ाओ बोलते वक्त उनकी जीभ भी फिसली और गलत शब्द निकला. योगी महाराज की बहुत बार जीभ फिसली, उन्होंने क्या सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के लिए अब्बा जान नहीं कहा?' आप पूर्वांचल में जा कर देखिए कोई शुद्ध नाम नहीं ले पाता है, मैं पूछना चाहती हूं सीएम योगी ने कितने लोगों के खिलाफ एफआईआर कराई है. वो जानते हैं लोग ठीक से नाम नहीं ले पाते हैं. उन्होंने अपने नॉमिनेशन में भी तो ठीक नाम नहीं लिखा है, उसमें भी शुद्ध नाम नहीं लिखा.'