UP BJP President: दलित या ब्राह्मण चेहरे पर दांव लगा सकती है BJP, यूपी प्रदेश अध्यक्ष पर अटकलें तेज
बीजेपी यूपी में अगले कुछ दिनों प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा कर सकती है. माना जा रहा है कि प्रदेश अध्यक्ष ब्राह्मण या दलित समाज का होगा.
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UP News: बीजेपी (BJP) ने संगठन में फेरबदल करते हुए नए महामंत्री की नियुक्ति कर दी है. अब पार्टी में चाहे कार्यकर्ता हों या पदाधिकारी सबको नए प्रदेश अध्यक्ष के नाम की घोषणा का इंतजार है. पार्टी ने ओबीसी समाज से आने वाले धर्मपाल सैनी (Dharmpal Saini) को संगठन का महामंत्री बनाया है उसके बाद से इस बात को लेकर चर्चा हो रही है कि बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष (BJP State President) के लिए किसी ब्राह्मण नेता या फिर किसी दलित चेहरे पर दांव लगा सकती है.
ब्राह्मण चेहरा चुनने को लेकर भी अटकलें
बीजेपी ने संगठन में जो अहम बदलाव किया है उसके बाद अब बेसब्री से इंतजार पार्टी के नए प्रदेश अध्यक्ष का हो रहा है. ऐसी संभावना है कि अध्यक्ष के तौर पर पार्टी 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव की ही तरह खुद के लिए लकी साबित होने वाले किसी ब्राह्मण नेता को यह जिम्मेदारी सौंप सकती है क्योंकि संगठन महामंत्री के तौर पर ओबीसी बिरादरी से आने वाले धर्मपाल को जिम्मेदारी दी गई है. वहीं विधान परिषद में भी नेता सदन केशव प्रसाद मौर्य को बनाया गया है जो कि ओबीसी बिरादरी से आते हैं. ऐसे में पहले जो चर्चा किसी ओबीसी नेता के प्रदेश अध्यक्ष बनने को लेकर चल रही थी वह लगभग समाप्त हो गई है. चर्चा के केंद्र बिंदु में ब्राह्मण या दलित नेता का नाम घूम रहा है.
इसलिए दलित नेता को बना सकती है अपना चेहरा
चर्चा इस बात को लेकर है कि बीजेपी किसी दलित चेहरे को उत्तर प्रदेश में पार्टी की कमान सौंप सकती है. इसके पीछे तर्क यह दिया जा रहा है कि संगठन में ओबीसी को जिम्मेदारी दी गई है, ब्राह्मण नेता के तौर पर बृजेश पाठक उपमुख्यमंत्री हैं जबकि विधान परिषद में केशव प्रसाद मौर्य को जिम्मेदारी दी गई है जो ओबीसी समाज से हैं. ऐसे में अब 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने जो रणनीति तैयार की है उसमें केवल दलित बिरादरी ही ऐसी है जो फिलहाल किसी की पोस्ट पर नहीं नजर आ रही है. हालांकि पार्टी के नेता कह रहे हैं कि बीजेपी जाति,धर्म और क्षेत्र के आधार पर नियुक्ति नहीं करती है बल्कि पार्टी के किसी कार्यकर्ता को ही यह जिम्मेदारी दी जाएगी.
हालांकि चर्चा इस बात की है कि बीजेपी एक या दो दिन में उत्तर प्रदेश में नए प्रदेश अध्यक्ष के नाम की घोषणा कर सकती है और पार्टी की तरफ से जो नाम घोषित किया जाएगा उसमें भी संदेश कहीं न कहीं 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर छिपा होगा.
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