लखनऊ: 2022 के सियासी रण को जीतने के लिए बीजेपी जोर शोर जुट गई है. पार्टी की नई टीम इस समर में उतर चुकी है. बुधवार को लखनऊ में बीजेपी के नवनियुक्त प्रदेश प्रभारी और सह प्रभारियों के साथ पार्टी के पदाधिकारियों की महत्वपूर्ण बैठक हुई. इस बैठक में 2022 के विधानसभा चुनाव को लेकर चर्चा तो हुई ही साथ ही उससे पहले 2021 में होने वाले पंचायत चुनाव पर भी पार्टी ने अपनी रणनीति तय की. बैठक में प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह ने पदाधिकारियों को साफ तौर पर कह दिया कि कोई भी पदाधिकारी 2022 के विधानसभा चुनाव के लिए टिकट न मांगे.


2022 के विधानसभा चुनाव होने में भले ही अभी तकरीबन सवा साल का वक्त बाकी हो, लेकिन हर वक्त चुनावी मोड में रहने वाली बीजेपी ने इसकी तैयारी अभी से शुरू कर दी है. कुछ समय पहले पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह को यूपी का सह प्रभारी बनाया गया था और उनके साथ तीन सह प्रभारी भी यूपी में नियुक्त किए गए थे. बुधवार को राधा मोहन सिंह और तीनों सह प्रभारियों ने यूपी बीजेपी के प्रदेश पदाधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की. ये बैठक सुबह तकरीबन 11 बजे बीजेपी मुख्यालय पर शुरू हुई. बैठक में प्रदेश बीजेपी के लगभग 50 पदाधिकारी शामिल हुए. बैठक में जिन महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा हुई उनमें अब तक किए गए संगठन के कामों की समीक्षा की गई.


2022 के चुनाव को लेकर बीजेपी ने अपनी रणनीति में भी बदलाव किया है. पार्टी का फोकस अब उन लगभग 100 सीटों पर है जहां आज बीजेपी के विधायक नहीं है या जहां बीजेपी को 2017 के चुनाव में हार मिली थी. इसे लेकर भी प्रदेश प्रभारी ने अलग-अलग विधानसभा के प्रभारियों के साथ बैठक कर कैसे इन सीटों को जीता जाए इस पर भी अपनी रणनीति तैयार की. वहीं 3 दिसंबर से यूपी के प्रभारी, प्रदेश अध्यक्ष और प्रदेश संगठन महामंत्री अलग-अलग जिलों में प्रवास पर रहेंगे और वहां नए बनाए गए मंडल अध्यक्षों की वर्कशॉप की जाएगी ये कार्यक्रम भी तय किया गया. राधा मोहन सिंह ने कहा कि 2010 में भी उन्हें यूपी का सह प्रभारी बनाया गया था वो तब भी कागजों में सह प्रभारी थे और आज कागजों में प्रभारी हैं लेकिन वो यहां प्रभारी के तौर पर नहीं बल्कि सहयोगी के तौर पर काम करने के लिए आए हैं.

बीजेपी दफ्तर में तीन अलग-अलग चरणों में ये बैठक हुई. जिसमें पहले पदाधिकारियों के साथ पंचायत चुनाव विधानसभा चुनाव की रणनीति पर चर्चा हुई, फिर क्षेत्रीय अध्यक्षों के साथ प्रवास कार्यक्रम को लेकर बातचीत हुई. इसमें उत्तर प्रदेश से राज्यसभा के सदस्यों को भी बुलाया गया था और आखिरी बैठक उन विधानसभा के प्रभारियों के साथ हुई जहां बीजेपी को जीत नहीं मिली थी . 2022 के चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में 2021 में पंचायत के चुनाव होने हैं और बीजेपी कोशिश है कि पंचायत चुनाव में भी ज्यादा से ज्यादा सीटें जीतकर विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी के पक्ष में माहौल बनाया जाए. इस बैठक में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के 25 से लेकर 28 दिसंबर तक के चार दिन के यूपी दौरे पर भी चर्चा हुई.



ये भी पढ़ें:



इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कही बड़ी बात, दो वयस्क लिव-इन संबंध में रह सकते हैं साथ


मुजफ्फरनगर: शादी समारोह में पहुंची दुष्कर्म पीड़िता ने खोले चौंकाने वाले राज, दूल्हे समेत हवालात पहुंच गई बारात