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UP Politics: 'यह परंपरा ठीक नहीं है,' अरविंद गिरी के शोक संवेदना कार्यक्रम में सपा की गैरमौजूदगी पर बोली बसपा
राज्य के विभिन्न मुद्दों को लेकर किए गए प्रदर्शन के कारण समाजवादी पार्टी के विधायक आज सदन में अरविंद गिरी के शोक संवेदना कार्य़क्रम से नदारद रहे, जिस पर बसपा ने हमला किया है.
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UP News: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के प्रदर्शन को लेकर बसपा विधानमंडल दल के नेता उमाशंकर सिंह (Umashankar Singh) ने निशाना साधा. अरविंद गिरी (Arvind Giri) हम लोग के बीच में नहीं है. उन्होंने कहा कि सर्वदलीय बैठक (All Party Meeting) में यह तय हो गया था कि हमारे साथी विधायक जिन्होंने अपनी राजनीति सपा से शुरू की थी, उनकी शोक संवेदना सदन में रखी जाएगी. आज के दिन 11:00 बजे सभी दलीय नेताओं की उपस्थिति अनिवार्य होती है.
अरविंद गिरी के परिवार को लगा होगा आघात - उमाशंकर सिंह
उमाशंकर सिंह ने कहा कि आज सदन का वह हिस्सा पूरा खाली दिखा यह परंपरा ठीक नहीं है जिस वजह से भी वह लोग ना पहुंच पाए हों या उन लोग को ना आना हो. अरविंद गिरी जिस समाज से आते हैं उनके परिवार के जो लोग हैं उनको बड़ा आघात पहुंचेगा कि हाउस के सभी नेताओं ने एकसाथ संवेदना भी नहीं व्यक्त की. अभी मुख्य विपक्षी पार्टी वही है लेकिन वह पूरा पोर्शन खाली था एक भी विधायक नहीं था.
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सदन से बड़ा प्लेटफॉर्म कोई नहीं होता - उमाशंकर सिंह
उमाशंकर सिंह ने कहा कि पहले से रणनीति रही होगी कि हम हाउस में शोक संवेदना नहीं देंगे. हाउस पांच दिन का है कि अगर हम ऐसे प्रदर्शन करेंगे तो पूरा देश देखेगा. हमें लगता है कि अपनी बात पहुंचाने के लिए यह सदन से बड़ा कोई प्लेटफार्म नहीं. नेता सदन और नेता विरोधी दल के लिए तो पूरी छूट है कि वह जब चाहे खड़े होकर अपनी बात रख सकते हैं. उन्हें इस अवसर का लाभ उठाना चाहिए कि जनता से जुड़े मुद्दों को उठाए. सरकार और विपक्ष के बीच मात्र 15 फीट की दूरी होती है. हमारी बात सीधी सरकार के पास जाएगी और पूरी दुनिया देखेगी कि हमने जनता की समस्या को किस तरह सरकार के समक्ष रखा है.
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